India News (इंडिया न्यूज), Pahalgam Attack : पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच का जिम्मा केंद्र सरकार ने NIA को सौंपा है। इसके बाद से ही एनआईए इस हमले की जांच में लग गई है। अब खबर सामने आई है कि घाटी में हुए इस आतंकी हमले में अपनी जान की परवाह न करते हुए 13 लोगों की जान बचाने वाले नजाकत अहमद शाह को भी पूछताछ के लिए NIA ने एक बार फिर से बुलाया है।
जानकारी के लिए बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में अनंतनाग निवासी कपड़ा व्यापारी नजाकत अहमद शाह (28) ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के 13 लोगों की जान बचाई थी। इंडिया न्यूज की टीम ने नजाकत से बात की है, और उनसे जाना है कि आखिर 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में क्या कुछ हुआ था।
अपनी जान को दाव पर लगाकर दूसरों की बचाई जान
बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के सवाल पर उन्होंने कहा कि, ‘जब सब लोग भागने लगे तो मैंने बच्चों को अपनी गोद में उठाकर भागा, फिर मैंने सही सलामत 13 लोगों को पहलगाम तक पहुंचाया’। आतंकियों के किस रास्ते से आने के सवाल पर नजाकत ने कहा कि, ‘ पहले जब एक दो फायर हुआ तो सबको लगा कि पटाके फूट रहे हैं…लेकिन जब फायरिंग बढ़ी तो सबको पता चला कि कुछ हादसा हो गया है। फिर सब लोग भागे – मैंने भी अपना फर्ज निभाते हुए 13 लोगों को सही सलामत नीचे तक पहुंचाया’। आगे नजाकत ने बताया कि हादसे के दौरान वहां पर एक से दो हजार के आसपास टूरिस्ट थे।
इंसानियत का कत्ल हुआ, इंसानियत का जनाजा उठाया गया – नजाकत
धर्म पुछकर लोगों की हत्या करने के सवाल पर नजाकत ने कहा कि, ‘जो भी हुआ है वो गलत हुआ है – इंसानियत का कत्ल हुआ, इंसानियत का जनाजा उठाया गया है’। नजाकत ने आगे इंडिया न्यूज के माध्यम से उन लोगों को संदेश दिया कि, ‘जो लोग अपने टिकट कॉनसेल कर रहे हैं वो ना करें… वो कश्मीर आएं। भाई चारा था, भाई चारा है, भाई चारा रहेगा’। नजाकत ने आगे कहा कि इंसानियत हमें ये सब नहीं सिखाता – हम सब भाई हैं – सब में एक खून हैं हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई।
‘अल्लाह हू अकबर’ वाले वायरल शख्स को नहीं जानता – नजाकत
जिपलाइन के ऑपरेटर को जानने के सवाल पर नजाकत ने कहा कि, ‘मैं उनको नहीं जानता…वो उस वक्त जिपलाइन पर थे और में गाइड बनकर टूरिस्ट के साथ था।’ आगे उन्होंने कहा कि जिस वक्त फायरिंग हुई उस वक्त सब यही चाहते थे कि वहां मौजूद टूरिस्ट सुरक्षित रहें।
NIA की जांच को लेकर नजाकत ने कहा कि, वो हर किसी से स्टेटमेंट लिया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि हमले के वक्त वो (नजाकत) बच्चे के साथ खेल रहा था। नजाकत ने कहा कि उनके अनुसार 10 से 12 मिनट तक गोलियों की आवाज सुनाई दी।