India News (इंडिया न्यूज),Nirbhaya: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या ने हमें 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया कांड की याद दिला दी। जिस तरह से डॉक्टर बेटी के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग सड़कों पर उतरे हैं।
सड़कों पर उतरे थे लोग
निर्भया के लिए 2012 में इंडिया गेट पर इतना बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ था कि लोग आज भी उस दिन को याद करके सहम जाते हैं। 12 साल बाद एक बार फिर कोलकाता की डॉक्टर बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए पूरे देश में लोग सड़कों पर उतर आए हैं।
6 दोषियों में से 4 को फांसी
निर्भया कांड के 6 दोषियों में से 4 को फांसी की सज़ा मिल चुकी है। एक आरोपी ने तिहाड़ में आत्महत्या कर ली थी। जबकि, एक नाबालिग को रिहा कर दिया गया। लेकिन, एक नाबालिग अब आम आदमी की ज़िंदगी जी रहा है। आपको बता दें कि 16 दिसंबर 2012 की रात 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा के साथ चलती बस में 6 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। 7 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद 20 मार्च 2020 को निर्भया गैंगरेप के चार दोषियों को फांसी पर लटका दिया गया।
निर्भया के चारों दोषियों पवन, विनय, मुकेश, अक्षय को फांसी पर लटका दिया गया। चारों को 20 मार्च 2020 की सुबह 05.30 बजे फांसी पर लटका दिया गया। निर्भया को न्याय दिलाने और दोषियों को फांसी पर लटकाने में सात साल लग गए। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में सभी छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें एक नाबालिग आरोपी के खिलाफ जुवेनाइल एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
हैवानियत के लिए उकसाने वाला नाबालिग रिहा
पांचों को हैवानियत के लिए उकसाने वाला नाबालिग अपराधी 3 साल की सजा काटने के बाद रिहा हो चुका है। 16 दिसंबर 2024 को निर्भया कांड को 12 साल हो जाएंगे। वह नाबालिग आज शादीशुदा है और अपनी जिंदगी जी रहा है। दरअसल, ‘नाबालिग’ वह अकेला शख्स है जिसका चेहरा न तो दुनिया के सामने आया और न ही उसके परिवार ने किसी को बताया।
कहां है नाबालिग दोषी
निर्भया कांड का नाबालिग दोषी उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के एक गांव का रहने वाला है। घर की आर्थिक स्थिति पहले खराब थी, लेकिन पिछले कुछ सालों में थोड़ी बेहतर हुई है। पिता मानसिक रूप से बीमार है। घर में माता-पिता के अलावा दो छोटी बहनें और दो भाई हैं। नाबालिग शख्स भी शादीशुदा है और उसकी दोनों बहनों की भी शादी हो चुकी है।
आपको बता दें कि निर्भया गैंगरेप कांड के बाद देश में रेप की परिभाषा बदल दी गई थी। पहले सेक्सुअल पेनिट्रेशन को रेप माना जाता था, लेकिन बाद में छेड़छाड़ और दूसरे तरीकों से यौन शोषण को भी रेप में शामिल कर दिया गया। इसके बावजूद एक क्रूर शख्स ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से रेप और हत्या कर इस कानून को मजबूत करने की बहस शुरू कर दी है।
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