- प्रदूषण घटाने के लिए वैकल्पिक ईंधन का इस्तेमाल जरूरी
- आयात मुक्त और लागत प्रभावी उत्पादों की जरूरत
इंडिया न्यूज, New Delhi News। Minister Nitin Gadkari : गुरुवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कच्चे तेल के आयात और देश में प्रतिदिन बढ़ रहे प्रदूषण की समस्या पर बोलते हुए कहा कि कच्चे तेल के आयात में कमी और प्रदूषण में कटौती के लिए वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा दिया जाना जरूरी है।
डीजल वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहन लागत प्रभावी
उन्होंने कहा कि देश में 35 प्रतिशत प्रदूषण डीजल और पेट्रोल के कारण होता है। इसलिए हमें आयात मुक्त, लागत प्रभावी, प्रदूषण रहित और स्वदेशी उत्पादों की जरूरत है। देश की पहली इलेक्ट्रिक डबल-डेकर वातानुकूलित बस के शुभारंभ पर गडकरी ने कहा कि डीजल वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहन लागत प्रभावी हैं।
कच्चे तेल का आयात एक बड़ी चुनौती
इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारत में कच्चे तेल का आयात एक बड़ी चुनौती है। जिस तरह से दरें बढ़ाई जा रही हैं, हम इस चुनौती को पहले ही अनुभव कर रहे हैं। आम आदमी के लिए भी यह बहुत मुश्किल है।
गडकरी ने कहा कि वाहन क्षेत्र के लिए बिजली, एथनॉल, मेथनॉल, बायो-डीजल, बायो-सीएनजी, बायो-एलएनजी और हाइड्रोजन जैसे वैकल्पिक ईंधन का इस्तेमाल शुरू करने का समय आ गया है।
7.5 से 15 लाख करोड़ किया जाएगा वाहन उद्योग
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय वाहन उद्योग का मौजूदा आकार 7.5 लाख करोड़ रुपये है। इसमें केंद्र और राज्य सरकारों को अधिकतम कर देने के साथ ही अधिकतम रोजगार देने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा वर्ष 2024 के अंत तक इस उद्योग को 15 लाख करोड़ रुपये का बनाना है और यह संभव है।