India News(इंडिया न्यूज), Nobel Prize In Physiology Or Medicine: फिजियोलॉजी या मेडिसिन में 2023 का नोबेल पुरस्कार कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन के नाम कर दिया गया है। न्यूक्लियोसाइड आधारित संशोधनों से संबंधित उनकी खोज के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया है। उनकी खोजों के द्वारा कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी एमआरएनए टीकों के विकास को सक्षम बनाया है।
क्यों दिया जाता है ये अवॉर्ड?
बता दें कि, पिछले 12 महीनों में मानवता की भलाई के लिए सबसे बेहतर और अच्छा कार्य करने वालों को लिए यह पुरस्कार दिए जाते हैं। ये पुरस्कार कई क्षेत्रों जैसे कि फिजिक्स, केमेस्ट्री, मेडिसिन, साहित्य और शांति में अपना उत्कृष्ट योगदान देने के लिए दिए जाते हैं। यह पुरस्कार स्वीडन के कारोबारी और डाइनामाइट का अविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिए जाते हैं। क्योंकि अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी कमाई का अधिकतर हिस्सा इस अवॉर्ड के फंड के लिए छोड़े थे। यह पुरस्कार पहली बार 1901 में दिया गया था। 1968 में स्वीडन की सेंट्रल बैंक ने इसमें एक और कैटेगरी (इकॉनमिक साइंसेस) को जोड़ी थी।
अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि पे दिया जाता है पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार को जीतने वाले विजेताओं को एक डिप्लोमा और एक मेडल और 10 मिलियन स्वीडिश क्रोना ( आज के करीब 75764727 रुपये) की नकद राशि दी जाती है। अगर एक श्रेणी में विजेता एक से ज्यादा हों तो पुरस्कार की राशि उनमें बांटकर दी जाती है। ये पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि को यानी 10 दिसंबर को विजेताओं के नाम किया जाता है।
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