India News (इंडिया न्यूज़), Nuh Violence: नूंह हिंसा को लेकर एक बड़ी खबर सामने आयी है, हिंसा के एक दिन पहले मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी के भड़काऊ वीडियो को वायरल होने से पहले ही 31 जुलाई को निकलने वाली धार्मिक यात्रा के हमले की पूरी तैयारी कर ली गई थी। हिंसा से पहले 21 जुलाई को नूंह की नलहड़ पहाड़ी में शाम को बैठक हुई थी। फिर 23 जुलाई को हिंसक घटना को अंजाम दिया गया था।
पूछताछ के बाद खुलासे आये सामने
मामले के यह पर्दें तब खुले जब पुलिस द्वारा रिमांड पर लिए गए आठ गांव के 19 आरोपियों से पुलिस ने पूछताछ शुरु की। जिसके बाद एक के बाद एक खुलासे सामने आ रहे हैं। बता दें कि, खेड़ला चौक के पास से यह हिंसक घटना शुरू की गई थी। मामले का एफआईआर नूंह थाने में दर्ज की गई है।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
मामले का जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जिसके आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार को देहाना गांव के मोहिन, नौशेरा गांव का रहने वाले बदरुद्दीन जलालपुर के शहजाद देहाना के मोहसिन सूडाका के अबरार मेवली के मोहम्मद शहजाद, अरमान, आकिब, इमरान और नूंह मस्जिद के पास रहने वाले सद्दाम और उसके भाई को भी पुलिस ने रिमांड पर लिया है। इसके साथ ही झिमरावट गांव के मोहम्मद शाद पुत्र अरमान को भी 08 अगस्त तक पुलिस ने रिमांड पर लिया है। जिसमें अरमान इस गुट का मुखिया बताया जा रहा है। जो कई मामलो में शामिल बताया जा रहा है।
जांच में धीरे-धीरे सभी कड़ी जुड़ रही हैं: एसआईटी अधिकारी
पुलिस द्वारा जांच के अनुसार कहा जा रहा है कि, हिंसा में पत्थर एकत्र करने का काम आकिब ने किया था। बोतलों में पेट्रोल भरकर जमा सद्दाम और उसके भाई ने किया था। जिस वॉट्सऐप ग्रुप में एक गोतस्कर और साइबर ठग द्वारा यह भड़काऊ भाषण डाले जा रहे जिसमें उसका हाथ भी शामिल है। 31 जुलाई की सुबह जब बिट्टू बजरंगी द्वारा डाला गया वीडियो प्रसारित हुआ, जिसको लेकर वह कह रहा है कि, अपनी ससुराल आ रहा हूं, माला लेकर स्वागत नहीं करोगे। उसके बाद आरोपियों द्वारा वॉट्सऐप ग्रुप में मैसेज डाला गया कि ठीक से स्वागत करना है। एसआईटी के एक अधिकारी के द्वारा कहा गया कि, जांच में धीरे-धीरे सभी कड़ी जुड़ रही हैं।