इंडिया न्यूज़ डेस्क.
film journey of the great actress Nutan : ‘सीमा’, ‘सुजाता’, ‘बंदिनी’, ‘मैं तुलसी तेरे आंगन की’ जैसी फिल्मों में सशक्त अभिनय से छाप छोड़ने वाली Indian Cinema की सबसे सौम्य अभिनेत्री नूतन (Nutan) को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। सबसे ज्यादा FILM FARE AWARD जीतने का रिकॉर्ड लंबे समय तक Nutan नाम रहा। वुमन सेंट्रिक रोल वाली फिल्में उनकी पहचान बनीं। वे ‘Miss INDIA’ का खिताब जीतने वाली पहली एक्ट्रेस भी बनीं।
Miss India Nutan – 1952नूतन ने जीता ‘मिस इंडिया’ खिताब
नूतन के करियर का आगाज बतौर Chiled Actress फिल्म ‘नल दमयंती’ से हुआ। इस बीच उन्होंने ‘Miss INDIA’ में हिस्सा लिया और जीता। 1950 में 14 बरस की उम्र में उन्होंने फिल्म ‘हमारी बेटी’ की, जिसका निर्माण उनकी मां शोभना समर्थ ने ही किया था। बालिग होने तक नूतन ने ‘हमलोग’, ‘शीशम’, ‘परबत’ और ‘आगोश’ जैसी फिल्में कर डालीं। वे लंदन चली गईं और लौटकर आईं तो ‘सीमा’ में विद्रोही नायिका का किरदार निभाकर बेस्ट एक्ट्रेस का पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता।
Nutan
शादी के बाद भी ऑफर हुए LEAD रोल
नूतन (Nutan) का स्टारडम ऐसा था कि जहां ये माना जाता था कि शादी के बाद एक्ट्रेस का करियर डाउन हो जाता है, वहीं नूतन को शादी के बाद भी फिल्ममेकर्स अपनी फिल्मों में कास्ट करने को तैयार रहते थे। नूतन (Nutan) को पाथ ब्रेकिंग किरदार निभाने के लिए पहचाना गया।
नूतन (Nutan) ने परदे पर साड़ी में लिपटी शांत, सरल और सुलझी हुई महिला का किरदार भी निभाया और स्क्रिप्ट की डिमांड पर बोल्ड कपड़ों में भी नजर आईं। शबाना और स्मिता पाटिल जैसी एक्ट्रेसेज भी उनसे इंस्पायर हुई। आज दिग्गज निर्देशक माने जाने वाले संजय लीला भंसाली ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने नूतन की तरह सहज और करिश्माई एक्ट्रेस नहीं देखी। वह चाहकर भी किसी से नूतन (Nutan) जैसी एक्टिंग नहीं करवा सकते।
Actress Nutan with sun and husband
अधिकतर वुमन सेंट्रिक फिल्मों का चयन
नूतन ने अपने करियर में तमाम हिट फिल्में कीं, लेकिन उनकी चॉइस अपने जमाने की एक्ट्रेसेज से जुदा थी। वे अधिकतर वुमन सेंट्रिक फिल्मों का चयन ही करती थीं। यही कारण था कि उन्होंने ‘सीमा’, ‘सुजाता’, ‘बंदिनी’ और ‘सोने की चिड़िया’ जैसी फिल्में कीं। नूतन ने जब फिल्मों से ब्रेक लेने का मन बनाया था तब बिमल रॉय उनके पास अपनी फिल्म ‘बंदिनी’ का ऑफर लेकर आए। वे खुद भी बिमल दा की फिल्म को हाथ से नहीं जाने देना चाहती थीं, लेकिन उन्होंने पहले बिमल दा को मना कर दिया। फिर उनके पति रजनीश ने उन्हें कन्विंस किया कि बिमल रॉय की फिल्म है तुम्हें करनी चाहिए। नूतन उन दिनों प्रेग्नेंट थीं फिर भी उन्होंने फिल्म करने के लिए हामी भर दी। फिल्म जब रिलीज हुई तो हर कोई उनके अभिनय का कायल हो गया। ये फिल्म उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्म बन गई। Also read:Abhishek Bachchan Film: Abhishek Bachchan बनेंगे क्रिकेट कोच, Saiyami Kher को देंगे ट्रेनिंग
नूतन की अदाओं के दीवाने थे जाने-माने अभिनेता
नूतन को राजेंद्र कुमार बहुत पसंद करते थे। उन्होंने नूतन की मां से उनका हाथ तक मांगा, लेकिन शोभना समर्थ ने इस रिश्ते से इंकार कर दिया और राजेंद्र कुमार की खूब बेइज्जती भी की। खैर रियल लाइफ में तो ये रिश्ता नहीं जुड़ पाया मगर रील लाइफ में 1978 में फिल्म ‘साजन बिना सुहागन’ में दोनों को पति-पत्नी का किरदार निभाने का मौका मिल गया।
जब वॉचमैन ने थिएटर के गेट पर नूतन रोका
AT NAGINA MOVIE 1951
1951 में फिल्म ‘नगीना’ रिलीज हुई थी जिसमें डरावने सीन भी थे इसलिए नाबालिगों के लिए फिल्म देखने की मनाही थी। नूतन की उम्र उस वक्त महज 15 साल थी। वे अपने अपने फैमिली फ्रेंड शम्मी कपूर के साथ फिल्म के प्रीमियर पर पहुंची। उन्हें लग रहा था कि वे फिल्म की हीरोइन हैं तो उनका जोरदार स्वागत होगा, लेकिन इसका उलटा हुआ। वॉचमैन ने थिएटर के गेट पर ही नूतन को रोक दिया। काफी बहस के बाद भी उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। Also Read:Mumbaikar! Vijay Sethupathi और Vikrant Massey को स्क्रीन पर एक साथ देखने के लिए बेताब हैं फैंस
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