India News(इंडिया न्यूज), Odisha: ओडिशा से एक बड़ी खबर सामने आयी है। केंद्रपाड़ा जिले में जब एक बेटी ने माता-पिता की इच्छा के विरुद्ध शादी की तो इससे नाराज हुए परिवार के सदस्यों ने मिलकर सार्वजनिक रूप से जीवित बेटी को ही मृत घोषित कर दिया। इसके साथ ही गुरुवार को उसकी मृत्यु के बाद की रस्में भी निभाईं गयी।

प्रेमी राजेंद्र के साथ मंदिर में दीपांजलि ने रचाई शादी

बता दें कि, औल थाना क्षेत्र के अंतर्गत देमल गांव के मुना मलिक की बेटी जिसका नाम दीपांजलि मलिक है, जिसने 28 अगस्त को अपने प्रेमी राजेंद्र मलिक से एक मंदिर में शादी रचाई। जिसके बाद बेटी के अपनी मर्जी से इस शादी के बाद क्रोधित हुए, माता-पिता ने बेटी से रिश्ता- नाता तोड़कर और उसे मृत घोषित कर दिया

हमें गहरा दुख हुआ है और हमारी गरिमा धूमिल हुई- पिता

मामले को लेकर लड़की के पिता मुना मलिक ने कहा कि, हमारी बेटी राजेंद्र के साथ भाग गई, हमने औल पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ एफआईआर जाकर दर्ज कराई। पुलिस ने हमारी बेटी का पता लगाने के बाद उसे सौंप दिया, लेकिन दीपांजलि ने विद्रोह किया और गांव के मंदिर में राजेंद्र से जाकर शादी कर ली। इससे हमें गहरा दुख हुआ है और हमारी गरिमा भी धूमिल हुई। वह अब हमारे लिए मर चुकी है।

पिता ने कहा, हमारी बेटी हमारे लिए मर गई

आगे पिता कहते हैं कि, उसने पूरे परिवार को शर्मसार कर दिया है। जिसके बाद हमने भी सार्वजनिक रूप से मृत घोषित करने के लिए पिंडदान किया है और ‘दशा भौजी’ (किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद आयोजित होने वाली दावत) का भी आयोजन किया है। आगे कहते हैं कि, हमारी बेटी हमारे लिए मर गई है। हमारा एक सपना था कि, हम उसकी शादी किसी उपयुक्त व्यक्ति के साथ करें। लेकिन उसने हमारी बात नहीं मानी और हमारी सहमति के बिना शादी कर ली है।

बेटी ने कहा, मैने सही फैसला किया है

अपनी शादी को लेकर, दीपांजलि कहती है कि, मेरी शादी की उम्र हो गई है और मैने सही फैसला किया है। लेकिन आपको बता दें कि इस शादी से दूल्हे के माता-पिता काफी खुश हैं। राजेंद्र के पिता अनंत मलिक ने कहते हैं कि, मेरे बेटे ने कोई गलत काम नहीं किया है, हमने दीपांजलि को अपनी बहू के रूप में खुशी-खुशी स्वीकार किया है।

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