India News (इंडिया न्यूज)Omar Abdullah: जम्मू-कश्मीर में सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सात प्रस्ताव पारित किए, जिनमें पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने वाला एक प्रस्ताव भी शामिल है, और जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे और राज्य के दर्जे को बहाल करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की मौजूदगी में पार्टी की कार्यसमिति द्वारा पारित अन्य प्रस्तावों में जम्मू-कश्मीर में निरंतर शांति और बातचीत का आह्वान किया गया। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा कि पहलगाम हमले की निंदा करने में जम्मू-कश्मीर के लोगों का “स्वतःस्फूर्त और भारी” समर्थन “जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर” है जिसे बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए। पार्टी ने हमले के मद्देनजर देश के अन्य हिस्सों में कश्मीरियों के उत्पीड़न की आलोचना की।
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पहलगाम हमले की निंदा की
पहले प्रस्ताव में पार्टी की कार्यसमिति ने पहलगाम के बैसरन मैदान में हुए हमले की कड़ी निंदा की जिसमें एक युवा कश्मीरी सैयद आदिल हुसैन शाह सहित 26 लोग मारे गए। पार्टी ने सीमा पार से लगातार हो रही गोलाबारी की भी निंदा की जिसमें 26 नागरिकों की जान चली गई।
‘विशेष राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए संघर्ष जारी रखेंगे’
कार्यसमिति ने सर्वसम्मति से एक और प्रस्ताव पारित किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता दोहराई गई। प्रस्ताव में कहा गया कि कार्यसमिति ने दोहराया कि लोगों की आकांक्षाएं और सम्मान इस मामले से जुड़े हैं और इसे बिना किसी देरी के सुलझाया जाना चाहिए। हम इसकी बहाली के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया था। इसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। इस हमले के बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों के 9 ठिकानों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।