देश के सबसे बड़े राजनीतिक मंच (India News Manch) पर एक से बड़ें एक लोगों का जमावड़ा देखने को मिल रहा है। ऐसे में इस मंच से कुछ बड़े बयान भी सुनने को मिल रहे हैं। बता दें इंडिया न्यूज के मंच पर एक साथ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी आपस में बहस करते दिखें। इस मंच से दोनों ने जी20 से लेकर चीन और भारत के बीच बढ़ते तनाव पर बहुत ही सजगता से बात की।

G20 की अध्यक्षता का पूरा क्रेडीट पीएम मोदी को क्यों ?

बता दें राम माधव से जब इंडिया न्यूज के मंच पर ये सवाल किया गया कि जी 20 की अध्यक्षता पर चर्चाएं तेज है और इसका पूरा क्रेडीट पीएम मोदी को दिया जा रहा है इस पर आपका क्या कहना है? तो उन्होने साफ शब्दों में कहा ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, ये बीजेपी को क्रेडिट लेने वाला कोई मुद्दा नहीं है जी20 की अध्यक्षता पूरे भारत के लिए गर्व की बात है ये सिर्फ बीजेपी का ही नहीं है। आगे उन्होंने कहा भारत के लिए ये बेहद अच्छा मौका है जहां आज पूरे विश्व में चुनौतीपूर्ण महौल है उस समय भारत को इस अध्यक्षता का मौका मिला है ये भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण अवसर है। इसका उपयोग कर भारत अपने साकारात्मक इमेज को पूरी दुनिया के सामने दिखा सकता है।

G20 के रूप में भारत के पास अच्छा मौका, बना सकता है अपना इमेज

ऐसे में जब ये सवाल मनीष तिवारी से पुछा गया तो वो G20 इतिहास को बताने लगे कि ये कैसे शूरू हुआ क्यों शुरू हुआ और बाद में उनका भी यही मानना था कि भारत को G20 की अध्यक्षता एक ऐसे समय पर मिली है जब पूरी दुनिया किसी न किसी समस्या से जुझ रही है खास करके उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध और कोवीड का नाम लिया। आगे उनका कहना था कि ऐसे में एक चुनौती भरे समय में भारत के पास एक अच्छा मौका है जिसे भारत को सकारत्मक तरीके से इस्तेमाल कर अपने देश की छवी पूरे विश्व के सामने अच्छा करने की जरूरत है।

 

“वन वर्ल्ड और वन फैमिली” वाले विचार पर रखा जाएगा खास ख्याल

बता दें G20 को लेकर राम माधव ने आगे कहा कि हमें जी20 के माध्यम से आने वाले मंदी पर ध्यान देना चाहिए ।भारत को जी 20 के माद्यम से अपने साकारात्मक सोच को अलग – अलग मंच पर रखने का मौका मिलेगा। वो अपने वैल्यू सिस्टम को आगे रख सकता है ।भरत को यूक्रेन औऱ रूस के झगड़े को खत्म करने में हाथ बढ़ाना चाहिए सबको साथ लेकर चलने का प्रयास करेगा भारत। आगे राम माधवन ने कहा कि इस बार जी20 में वन “वर्ल्ड और वन फैमिली” वाले विचार पर खास जोर दिया जाएगा ताकी पूरा विश्व एक साथ आकरअपने हीत में काम करे।

विश्व को एक करने से पहले भारत को एक करने की जरूरत

आगे जब राम माधव से पूछा गया की पूरे विश्व को एक करने से पहले भारत को एक करने की जरूरत है? इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि सबको मिलकर करना है जी 20 इस देश की अध्यकक्षता है सिर्फ बीजेपी की नहीं है। विपक्ष को भी इसी दृष्टी से देखना चाहिए। ये देश के लिए एक अच्छा मौका है दुनिया के सामने अपने विचार रखने का। ऐसे इवेंटस को अवसर बना कर भारत को दुनियां के सामने अपना अच्छा चित्रण करना चाहिए और इसमें सबका सहयोग जरूरी है, यदि हम इसमे भी राजनीति करना शूरू कर देंगे तो दुनिया के सामने वही इमेज बनेगा। इसलिए वन वर्ल्ड वन फैमीली सिर्फ सत्ता में रहने वालों की जीम्मेदारी नहीं है, अपोजीशन की भी जिम्मेदारी है।

 

चीन और भारत तनाव को लेकर सांसद में क्यों नहीं होती बात चीत

बता दें चीन और भारत सीमा विवाद पर संसद में बातचीत न होने को लेकर मनीष तिवारी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में या देश के सामने जो भी चुनौतियां हैं उन्हें अच्छे से बैठ के बात करने की जरूरत है। यदि सरकार चीन-भारत मुेद्दे को लेकर रचनात्मक चर्चा सदन में करती है तो ये लोकतंत्र के लिए अच्छी बैत है। ऐसे में इस सवाल पर राम माधव ने कहा कि जब संसद में ऐसी बहस होती है तो लोग सम्मान से बात नहीं करते एक दूसरे पर चढ़ जाते हैं। हर चीज में तू.. तू मै …मै की वजह से बात शांती से नही हो पाती है।

सांसदों के साथ साथ लोकतंत्र का भी तौहीन

इसका जवाब देते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि जब – जब समय आया है संसद में अच्छे से किसी भी जरूरी मूद्दों पर बात हुई है। लेकिन ये कहना गलत है कि अगर संसद में चर्चा होगी तो चर्चा का स्तर गीर जाएगा। ऐसा कह कर आप अपने सांसदों के साथ साथ लोकतंत्र का भी तौहीन कर रहे हैं।