इंडिया न्यूज, दार्जिलिंग:
CM Mamta Attack on BJP: बीएसएफ को मिली शक्तियों को लेकर दूसरे दिन भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र के फैसले पर सवाल खड़े किए। ममता ने दार्जिलिंग जिले के कुर्सियांग दौरे के दौरान कहा कि बीएसएफ को मिले अधिकारों से सीमा पर रह रहे लोग प्रभावित होंगे। वहीं उन्हें प्रताड़ित भी किया जा सकता है। मुख्यमंत्री बनर्जी ने यह भी कहा कि मैं पहाड़ी नेताओं से निवेदन करती हूं कि वे पहाड़ी क्षेत्रों के लिए एक  स्थाई राजनीतिक समाधान (पीपीएस) के लिए योजना तैयार करें और फिर राज्य में पंचायत व गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन के इलैक्शन करवाए जाएं।

CM Mamta Attack on BJP आम जनता को प्रभावित, प्रताड़ित करेगा केंद्र का नया फरमान

ममता बनर्जी ने बीएसएफ की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह अपना काम निश्चित ही बेहतर करते हैं। लेकिन उनके बढ़ाए गए अधिकार क्षेत्र की केंद्र सरकार की मंशाओं का मैं विरोध करती रही हूं। यह कथन उन्होंने उस समय दिया जब वह दार्जिलिंग में एक प्रशासनिक मीटिंग में पहुंची थी। उन्होंने कहा कि बंगाल की सीमाएं सुरक्षित हैं। यहां अतिरिक्त सुरक्षा बलों की कोई  आवश्यकता नहीं है। बता दें कि केंद्र सरकार ने सीमा सुरक्षा बल के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाते हुए 50 किलोमीटर कर दिया है जिसको लेकर पंजाब व पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री फैसले को लेकर विरोध प्रकट कर रहे हैं।

गृह मंत्रालाय की सिफारिश से बीएसएफ अब देश की तय सीमा के अंदर अब तलाशी अभियान से लेकर जब्ती  गिरफ्तारी भी कर सकेगी। बंगाल की सीएम ने कहा है कि मैं केंद्र सरकार को खत के माध्यम से सीमा को लेकर आश्वसत भी कर चुकी हूं कि यहां सब ठीक है। हमें यहां सुरक्षा बलों की कोई  जरूरत नहीं है। वहीं पूरे मामले को लेकर राज्य के पुलिस महानिदेशक ने भी  बीएसएफ के महानिरीक्षक से बात की है। बनर्जी ने मोदी सरकार के इस फैंसले को संघीय ढांचे से छेड़छाड़ करार दिया है।

Read More: कम हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दिए संकेत

Connect With Us: Twitter Facebook