India News (इंडिया न्यूज), Operation Sindoor: पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के अंदर मौजूद आतंकियों की कमर जरूर तोड़ दी है, लेकिन पाकिस्तान ने भी इन दोनों घटनाओं का कुछ हद तक फायदा उठाया है। ऐसा हम नहीं बल्कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला कह रहे हैं। दरअसल, पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऐसा जवाब दिया है जिसकी पाकिस्तान ने कल्पना भी नहीं की थी। 1971 के युद्ध के बाद पहली बार भारत ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया है।
भारत ने चलाया ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित नौ ठिकानों पर बम गिराए थे। इस घटना में 100 से ज्यादा खूंखार आतंकियों के मारे जाने की खबर है। इतना ही नहीं, भारत ने पाकिस्तान द्वारा भारत पर किए गए मिसाइल हमले का भी मुंहतोड़ जवाब दिया। इस कार्रवाई में उसके करीब 10 एयरपोर्ट पर बमबारी की गई। इससे पाकिस्तानी सेना युद्ध में उतरने से पहले ही हार गई।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?
लेकिन इस पूरे मामले में बुरी तरह हारने के बावजूद उसे कुछ फायदा जरूर हुआ है। सीएम उमर अब्दुल्ला ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि पहलगाम में हुई आतंकी घटना से कश्मीर को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। यह उपलब्धि वर्षों के कूटनीतिक और आर्थिक प्रयासों से हासिल हुई थी। वह सब एक झटके में बर्बाद हो गया। कश्मीर का पर्यटन उद्योग बर्बाद हो गया। वर्षों के प्रयासों के बाद यह पटरी पर वापस आया था। हम ऐसी स्थिति में पहुंच गए थे, जहां हमें ऐसी घटनाओं की उम्मीद नहीं थी। इस घटना ने एक पल में सब कुछ बदल दिया। कुछ भी नहीं बचा। उन्होंने कहा कि उन दिनों वादियां पर्यटकों से भरी होतीं।
कश्मीर में क्या बदला?
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि, जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था फल-फूल रही होती। बच्चे स्कूल जा रहे होते। एयरपोर्ट पर हर दिन 50-60 उड़ानें होतीं। लेकिन, सब कुछ बर्बाद हो गया। लेकिन, पाकिस्तान ने इन सबका फायदा उठाया। उसने पहलगाम हमले और फिर ऑपरेशन सिंदूर के बहाने कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण कर दिया। इस घटना के बाद अमेरिका ने इस समस्या के समाधान में खुद को शामिल करने की कोशिश की। उसने मध्यस्थता करने की कोशिश की।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुलेआम ऐलान किया कि वह कश्मीर मुद्दे को सुलझाएंगे। हालांकि, भारत सरकार ने साफ कर दिया है कि उसे किसी तरह का हस्तक्षेप मंजूर नहीं है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पिछले तीन-चार हफ्तों में सबकुछ बदल गया है। सबकुछ तबाह हो गया है। आज घाटी वीरान है।