India News (इंडिया न्यूज)Operation Sindoor: गुरुवार को विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस मौके पर विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पाकिस्तान पर हमला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी हमले में 16 बेगुनाह लोगों की मौत हुई है और 59 लोग घायल हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के इस दावे को बेबुनियाद बताया कि भारत ने नागरिक ठिकानों पर हमला किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत ने केवल आतंकी ठिकानों पर हमला किया है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान ने उकसाया है और भारत केवल उसका जवाब दे रहा है, चाहे वह पहलगाम में आतंकवादी हमला हो या उसके बाद की जवाबी कार्रवाई।

Pakistan ने इमरान खान को मरने के लिए छोड़ दिया? बचाने की भीख मांग रहे PTI के लोग, जानें ऐसी क्या कयामत आ गई?

चेतावनी के बावजूद पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों पर हमला किया

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया ने कहा कि पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया। भारत किसी भी सैन्य हमले का जवाब देगा। पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत में स्थित कई सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की, जो पाकिस्तानी हमलों का सबूत है।

उन्होंने कहा कि अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलौदी, उत्तरलाई, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना और भुज समेत उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। इन पर नष्ट हुए अवशेष मिले हैं।

पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ है: विदेश सचिव

इस अवसर पर विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी घटना से अपना पल्ला झाड़ना चाहता है, लेकिन कल के बयान को दोहराते हुए कहा कि पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का गढ़ है। इस मामले में प्रत्यक्ष साक्ष्य उपलब्ध हैं। दुनिया में कई आतंकवादी हमले हुए हैं, उनमें पाकिस्तान का हाथ पाया गया है। ओसामा बिन लादेन कहां मिला और उसे किसने शहीद कहा।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जानबूझकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की कोशिश की। पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों का गढ़ रहा है। इसमें मसूद अजहर और हाफिज मोहम्मद सईद भी शामिल हैं। भारत सिर्फ जवाबी कार्रवाई कर रहा है। सिर्फ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया।

पाकिस्तान का निष्पक्ष जांच का दावा खोखला

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का दावा है कि बर्बर हमले की संयुक्त जांच होनी चाहिए। पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड सभी जानते हैं। चाहे वह मुंबई 2008 हो, पठानकोट 2016 हमला हो। भारत ने सहयोग की पेशकश की। फोरेंसिक सबूत दिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात की और न्याय की बात की। मुंबई हमले में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी पकड़ा गया, लेकिन इन मामलों में कोई प्रगति नहीं हुई है। ऐसे में पाकिस्तान के दावे का कोई महत्व नहीं है। पाकिस्तान ने सबूतों का इस्तेमाल जांच को रोकने के लिए किया।

विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान का दावा है कि 7 मई के हमले में केवल नागरिक मारे गए थे, लेकिन भारत ने केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था। आतंकवादियों के अंतिम संस्कार की रिपोर्ट से साफ पता चलता है कि अगर केवल नागरिक मारे गए थे, तो यह तस्वीर क्या कहती है? यह सवाल पूछा जाना चाहिए। राज्य द्वारा आतंकवादियों का अंतिम संस्कार केवल पाकिस्तान में होता है।

BBMB को लेकर बोले दीपेंद्र हुड्डा – जब देश एकजुट हैं, उस समय पंजाब द्वारा इस तरह की हरकत बेहद ‘निंदनीय’, BBMB की बात नहीं मानी, हाई कोर्ट की भी नहीं मानी