India News (इंडिया न्यूज))Operation sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच कई दिनों तक चले संघर्ष के बाद हुए संघर्ष विराम के लिए क्या आप अमेरिका को धन्यवाद देंगे? इस सवाल का विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कड़ा जवाब दिया। जर्मन अखबार फ्रैंकफर्टर के एक पत्रकार ने उनसे यह सवाल पूछा, जिस पर जयशंकर ने कहा कि संघर्ष विराम की वजह हमारी सेना है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमारी सेना ने पाकिस्तान के मुख्य एयरबेस और डिफेंस सिस्टम पर हमला किया, उससे वह घुटनों के बल पर आ गया। अंत में पाकिस्तान के अपने सैन्य अधिकारियों ने भारत के डीजीएमओ को फोन कर संघर्ष विराम की गुहार लगाई। इस तरह हमारी तरफ से संघर्ष विराम स्वीकार कर लिया गया।
उन्होंने कहा कि हम सेना को इस तरह से शक्ति दिखाने के लिए धन्यवाद देते हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि हमारी सेना ने दिखाया कि भारत कैसे जवाब देता है और अंत में पाकिस्तान ने कहा कि वह संघर्ष विराम चाहता है। उन्होंने कहा, ‘गोलीबारी रोकने का फैसला दोनों पक्षों के सैन्य कमांडरों के बीच बातचीत से आया। दोनों के बीच सीधी बातचीत हुई। उससे पहले हमने सुबह बहुत प्रभावी तरीके से जवाब दिया था। पाकिस्तान के मुख्य एयरबेस और डिफेंस सिस्टम को बड़ा नुकसान पहुंचा था। ऐसे में युद्ध रोकने के लिए हम किसका धन्यवाद करें? हम भारतीय सेना का धन्यवाद करते हैं, जिसकी कार्रवाई के कारण पाकिस्तान ने कहा- हम रोकने के लिए तैयार हैं।’
पाकिस्तान करने वाला था न्यूक्लियर हमला! अमेरिका के दावे पर एस जयशंकर ने दिया ऐसा जवाब, सुनकर सन्न रह जाएगा Pak और US
10 मई को भारत और Pak के बीच सीजफायर हुआ था
बता दें कि 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ था। सरकार के मुताबिक, पाकिस्तानी समकक्षों ने हॉटलाइन पर भारत के डीजीएमओ से बात की और सीजफायर की मांग की। इसके बाद यह फैसला लिया गया। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर युद्ध रोकने का दावा किया। इसके बाद सवाल उठने लगे कि क्या अमेरिका ने दोनों देशों के बीच सीजफायर कराया है। पाकिस्तान इसका श्रेय अमेरिका को देने की कोशिश कर रहा है।
हालांकि, भारत का कहना है कि सेना के पराक्रम के आगे पाकिस्तान की दलील के चलते हमने सीजफायर का फैसला लिया है। इसके अलावा ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भी पाकिस्तान को सबक सिखाया गया है। जयशंकर से एक और सवाल पूछा गया कि क्या भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध हो सकता था? इस पर जयशंकर ने कहा कि हम इस सवाल से थक चुके हैं। हमने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जिससे आम लोग शिकार बनें। फिर भी जब पाकिस्तानी सेना ने हम पर फायरिंग की तो हमने जवाब दिया।