India News (इंडिया न्यूज़) Opposition Meeting: देश की तमाम विपक्षी पार्टी इस वक्त केंद्र पर स्थापित बीजेपी को हराने की कोशिश में लगी हैं। इसे लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अगुवाई के बाद 23 जून को पटना पर विभिन्न विपक्षी दलों के नेता एक मंच पर आएंगे और आगामी लोकसभा 2024 के लिए अपनी रणनीति सेट करेंगे। आगामी चुनाव को लेकर विपक्ष का साफ मानना है कि इस बार साथ रहकर बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाना है।
इसी बात को दोहराते हुए तमिलनाडू के मुख्यमंत्री एस के स्टालिन ने बीजेपी की हार को लेकर तीखा हमला किया हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष का एक साथ आना बीजेपी के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा..। इसके अलावा उन्होंने बीजेपी सरकार द्वारा राजनीतिक उद्देश्यों के लिए जांच एजेंसियों के घोर दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया।
विपक्ष बीजेपी के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा- स्टालिन
उन्होंने शुक्रवार (16) को कोयूम्बटूर में एकता रैली की। जिसे लेकर उन्होंने आज ट्विट करते हुए लिखा,” कोयम्बटूर में दिखाई गई एकता और एकजुटता आज हर जगह फैल जाएगी और झूठे आख्यानों से बनी BJP की अजेय ‘छवि’ की नींव हिला देगी। बीजेपी ने महसूस किया है कि एक आसन्न हार उनके चेहरे पर है। भाजपा अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए विरोधियों से राजनीतिक लड़ाई लड़ने के बजाय कायरता और अहंकार का सहारा ले रही है। पूरे भारत में विपक्ष का एक साथ आना ‘निरंकुश’ बीजेपी के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा।”
जानें पटना में विपक्ष के कौन-कौन बड़े नेता शामिल होंगे
मिली जानकारी के हिसाब से विपक्ष की मीटिंग (Opposition Meeting) में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने शामिल होने जा रहे हैं।