India News (इंडिया न्यूज)  UP Politics : यूपी में होने जा रहें चुनाव में एनडीए छोड़ कर सभी पार्टियां मुस्लिम वोटर को रिझाने में लगी हुई है. प्रदेश में मुस्लिमों को अपना हमदर्द बताने वाली सपा इस उप चुनाव में मुश्किल में नज़र आ रही है. हैदराबाद से सांसद ओवैसी शाह ने अपनी पार्टी का उम्मीदवार उतार कर अखिलेश को मुश्लिक में डाल दिया है.

मुस्लिमों के हितैषी होने का दिखावा

महाराष्ट्र और झारखंड के साथ होने जा रहे यूपी के उप चुनाव पर भी सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. देश के सबसे ज़्यादा सीटों वाले प्रदेश में मुस्लिम बहुल दो सीटों पर मुक़ाबला बेहद दिलचस्प नज़र आ रहा है. राज्य की प्रमुख पार्टियों के साथ साथ मुस्लिम कट्टर पंथी एआईएमआईएम ने भी इन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जिसके बाद मुस्लिम को अपना वोट बैंक मानने वाली सपा के लिए मुश्किलें बढ़ गई है. वहीं पार्टी सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी शाह भी समाजवादी पार्टी पर लगातार निशाना साध कर उनकी पार्टी को कमज़ोर करने में जुट गए हैं. उन्होंने मुज्जफर नगर 2013 में हुए दंगो और अखिलेश की पार्टी के दिग्गज नेता आज़म खान की हालत पर टिप्पणी करते हुए जमकर निशाना साधा. साथ ही अखिलेश यादव पर आरोप भी लगाए की ये लोग मुस्लिमों के हितैषी होने का दिखावा करते हैं

यदि हमारी पार्टी के तीन सांसद होते तो..

उन्होंने गाजा पट्टी और इजरायल के बीच संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि हम लोगों को भी गाजा में बसे लोगों की तरह एक जुट होना पड़ेगा और मुस्लिमों की आवाज देश में उठानी पड़ेगी . उन्होंने वक्फ बोर्ड अधिनियम का नाम लेकर कहा की यदि हमारी पार्टी के तीन सांसद होते तो बिल को संसद में लाने भी ना देते है. उन्होंने आगे बिल के आने के बाद मस्जिद , मदरसों और कब्रिस्तानों पर सरकार अवैध तरीके कब्जा करना शुरू कर देगी. आपको बता दें की लोक सभा चुनाव व अन्य कारणों से खाली हुई प्रदेश की नौ विधान सभा सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं, उपचुनावों का परिणाम आने वाली 23 नवंबर को घोषित किया जाएगा.

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