India News (इंडिया न्यूज), Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। इस कायराना घटना के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर का एक बयान काफी वायरल हो रहा है। हमले से कुछ दिन पहले ही 16 अप्रैल को इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कश्मीर को पाकिस्तान की नस बताया था। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और कई अन्य नेता मौजूद थे।
उन्होंने कहा था कि आजादी के समय हमारे लोगों ने यह मानकर पाकिस्तान बनाया कि हम हिंदुओं से हर तरह से अलग हैं। हमारी परंपराएं, धर्म, रीति-रिवाज, सोच, सब कुछ अलग है। उन्होंने दो राष्ट्र सिद्धांत का समर्थन किया और हिंदुओं और मुसलमानों को अलग-अलग बताया और भारत-पाकिस्तान विभाजन को सही ठहराया। उन्होंने कहा था कि वह कश्मीरी भाइयों और बहनों को अकेले नहीं रहने देंगे। पाकिस्तानी सेना प्रमुख के बयान के बाद जिस तरह से भारत पर हमला किया गया, वह वाकई चिंता का विषय है।
भारत ने दिया था मुंह तोड़ जवाब
पाकिस्तानी सेना प्रमुख के जहरीले बयान पर भारत ने करारा जवाब दिया था। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और कोई भी विदेशी तत्व इसे गले की नस नहीं कह सकता। भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की मंशा भारत की संप्रभुता को चुनौती देने की नहीं, बल्कि अपने आंतरिक संकटों से ध्यान भटकाने की है।
दो आतंकी पाकिस्तानी नागरिक
हमले के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू की। इसमें कुल 4 लोगों की पहचान हुई है। हमलावरों में दो आतंकी पाकिस्तानी नागरिक हैं, जो पश्तो भाषा में बात कर रहे थे। दो स्थानीय आतंकियों की भी पहचान हुई है। एक का नाम आदिल अहमद है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। वह बिजबेहरा का रहने वाला है। दूसरे आतंकी का नाम आसिफ शेख है, जो जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा है। वह त्राल का रहने वाला है। इनमें से एक-दो आतंकियों ने बॉडीकैम से पूरे हमले को रिकॉर्ड किया।
आतंकियों के स्केच हुए जारी
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने तीन आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इस हमले से यह साफ हो गया है कि घाटी में आतंकी नेटवर्क अभी भी सक्रिय है और उसे पाकिस्तान का समर्थन हासिल है।