India News (इंडिया न्यूज),Pahalgam terror attack: पहलगाम आतंकी हमले में आतंकियों की बर्बरता का शिकार होने वाले शुभम द्विवेदी की पत्नी आशान्या द्विवेदी ने उनके लिए शहीद का दर्जा देने की मांग की है। मृतक के पत्नी ने दावा किया है कि शुभम ने खुद को हिंदू बताकर अपनी जान कुर्बान कर दी और दूसरों की जान बचाई। आशान्या ने एक निजी चैल से बातचीत में बताया कि, “उनके पति खुद को हिंदू बताकर गर्व से अपनी जान कुर्बान कर दी और कई लोगों की जान बचाई। पहली गोली मेरे पति को लगी और आतंकियों को यह पूछने में समय लगा कि हम हिंदू हैं या मुसलमान… ऐसे में कई लोगों के पास भागकर अपनी जान बचाने का समय था। ” पत्नी ने बताया कि पहले जब आतंकियों ने पूछा कि हम हिंदू हैं या मुसलमान तो मुझे लगा कि वे मजाक कर रहे हैं। इसके बाद जब मैंने जवाब दिया तो गोली चल गई और मेरे लिए सब कुछ खत्म हो गया। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास घास के मैदान में आतंकियों द्वारा पर्यटकों पर की गई गोलीबारी में 26 लोगों की मौत हो गई थी।

शुभम की शादी 12 फरवरी को आशान्या से हुई थी। गुरुवार को उनके पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार किया गया। आशान्या ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांग मान ले तो उनके पास जीने की वजह होगी। आशान्या ने कहा, “मैं सरकार से और कुछ नहीं चाहती, बस इतना चाहती हूं कि शुभम को शहीद का दर्जा दिया जाए। अगर सरकार मेरी इच्छा मान ले तो मेरे पास जीने की वजह होगी।” उन्होंने कहा कि जो भी धर्म के आधार पर दूसरों पर गोली चलाता है, उसे मार दिया जाना चाहिए।

जातीय जनगणना का ऐलान होते ही और चौड़े हो गए Akhilesh Yadav, बना लिया अगला प्लान? जानें पहली प्रतिक्रिया में ऐसा क्या बोले

आतंकवादी ने पूछा- तुम हिंदू हो या मुसलमान, ‘मुझे लगा कि वे मजाक कर रहे हैं,…’

शुभम की पत्नी ने यह भी खुलासा किया कि ‘जब आतंकी उनके पास आए और शुभम से उसका धर्म पूछा तो उन्हें लगा कि वो मजाक कर रहे हैं। उन्होंने बताया, “जैसे ही वे आए, उनमें से एक ने पूछा कि हम हिंदू हैं या मुसलमान? मुझे लगा कि वे (आतंकवादी) मजाक कर रहे हैं। मैं पीछे मुड़ी , हंसा और उनसे पूछा कि क्या हो रहा है? फिर उन्होंने अपना सवाल दोहराया और जैसे ही मैंने उत्तर दिया कि हम हिंदू हैं, एक गोली चल गई और मेरे लिए वहीँ पर सब कुछ खत्म हो गया। उनका का चेहरा खून से लथपथ था। मुझे समझ नहीं आया कि क्या हुआ।”

उन्होंने बताया कि उन्होंने आतंकियों से विनती की कि वे उन्हें भी गोली मार दें, लेकिन आतंकियों ने यह कहते हुए मना कर दिया कि वे उसे इसलिए जिंदा छोड़ रहे हैं ताकि वह जाकर सरकार को बता सके कि आतंकियों ने क्या किया। आपको बता दें कि पहलगाम हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ सामने आया है। पाकिस्तान के आतंकी संगठन ने इस हमले को अंजाम दिया है। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। केंद्र सरकार ने आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की है, जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना भी शामिल है।

हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान…लगातार नियंत्रण रेखा पर कर रहा गोलीबारी, भारत ने हॉटलाइन पर लगाई क्लास