India News (इंडिया न्यूज), Pahalgam Terror Attack Mastermind: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस हमले में अब तक 26 लोगों के मारे जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि, इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक फ्रंट टीआरएफ यानी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली है। सूत्रों से पता चला है कि आतंकी सैफुल्लाह खालिद जम्मू-कश्मीर में लश्कर और टीआरएफ की आतंकी गतिविधियों के पीछे का दिमाग है। वह इन हमलों का मास्टरमाइंड है।

कौन है सैफुल्लाह खालिद?

लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद को सैफुल्लाह कसूरी के नाम से भी जाना जाता है। वह भारत के सबसे बड़े दुश्मन हाफिज सईद का बेहद करीबी है। भारत में हुए कई बड़े आतंकी हमलों में उसका नाम आ चुका है। वह हमेशा लग्जरी कारों में घूमता है। उसकी सुरक्षा के लिए लश्कर के आतंकी हमेशा अत्याधुनिक हथियारों से लैस रहते हैं। पाकिस्तान में उसके प्रभाव को इसी बात से समझा जा सकता है कि वहां के आर्मी अफसर भी उस पर फूल बरसाते हैं। वह पाकिस्तानी सेना के जवानों को भड़काने का काम करता है।

नहीं पता था कि ये होगा आखिरी ट्रिप, भारत के इस कोने से धरती का स्वर्ग देखने आए थे 3 दोस्त, पूरी कहानी जान नहीं रुकेगी आंसू

आतंकियों पर फूल बरसाता है पाकिस्तान

ताजा आतंकी हमले से ठीक दो महीने पहले सैफुल्लाह खालिद पाकिस्तान के पंजाब के कंगनपुर पहुंचा था, जहां पाकिस्तानी सेना की एक बड़ी बटालियन तैनात है। वहां पाकिस्तानी सेना के एक कर्नल जाहिद जरीन खट्टक ने उसे जिहादी भाषण देने के लिए बुलाया था। वहां पहुंचने के बाद कर्नल ने खुद उस पर फूल बरसाए। इसके बाद उसने पाकिस्तानी सेना को भारत के खिलाफ जमकर भड़काया। उसने यहां तक ​​कहा कि वे जितने ज्यादा भारतीय सैनिकों को मारेंगे, अल्लाह उन्हें उतना ही ज्यादा इनाम देगा। यह किसी भी तरह से किया जा सकता है।

आतंकी कैंप में सैकड़ों पाकिस्तानी लड़कों ने लिया था हिस्सा

खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल एबटाबाद के जंगलों में आयोजित आतंकी कैंप में सैकड़ों पाकिस्तानी लड़कों ने हिस्सा लिया था। इसका आयोजन लश्कर-ए-तैयबा की राजनीतिक शाखा पीएमएमएल और एसएमएल ने किया था। इसमें सैफुल्लाह कसूरी भी मौजूद था। उसने इस कैंप से आतंकी हमलों के लिए लड़कों को चुना, जिन्हें बाद में टारगेट किलिंग की ट्रेनिंग दी गई। यहां भी सैफुल्लाह ने वहां मौजूद लड़कों को भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर भड़काया।

मासूम हिंदुओं की मौत को क्रांति बता रहा है पाकिस्तान? Pahalgam आतंकी हमले पर पहला बयान जारी, मुस्लिम देश ने पार की नीचता की हद

क्या है टीआरएफ?

गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में भी बताया था, ”द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन है।” TRF साल 2019 में अस्तित्व में आया था। तब से यह लगातार जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों को अंजाम दे रहा है। TRF का ‘हिट स्क्वॉड’ और ‘फाल्कन स्क्वॉड’ आने वाले दिनों में कश्मीर में बड़ी चुनौती पेश कर सकता है। इस आतंकी मॉड्यूल को टारगेट किलिंग करने, जंगल और ऊंचाई वाले इलाकों में छिपने की ट्रेनिंग दी गई है।

‘धर्म पूछकर गोली मारने वाले मजहब…’ पहलगाम आतंकी हमले पर फूटा कुमार विश्वास का गुस्सा, आतंकियों की कायराना हरकत पर लिखा- बदला लिया जाएगा