India News (इंडिया न्यूज)Pahalgam Terror Attack: पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को अटारी बॉर्डर से लौटने की इजाजत दे दी है। इसके बावजूद सुबह से पाकिस्तान की तरफ से गेट नहीं खोले गए हैं। पाकिस्तान न तो अपने नागरिकों को वापस ले रहा है और न ही पाकिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों को भारत आने दे रहा है। भारतीय इमिग्रेशन काउंटर पर इमिग्रेशन अधिकारी पाकिस्तान द्वारा गेट खोलने का इंतजार कर रहे हैं।

सुबह अटारी बॉर्डर पर आए पाकिस्तानी नागरिक अभी भी वाहनों में बैठकर पाकिस्तान जाने का इंतजार कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अभी पाकिस्तान की तरफ से गेट नहीं खोले गए हैं। भारत सरकार के नए आदेश की समीक्षा की जा रही है। पाकिस्तान की तरफ से गेट खुलने के बाद बीएसएफ दस्तावेजों की जांच कर पाकिस्तानियों को बॉर्डर पार करने देगी। फिर इमिग्रेशन जांच के बाद पाकिस्तानी वापस जा सकेंगे। सुबह से एक भी पाकिस्तानी नागरिक बॉर्डर पार नहीं कर पाया है।

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अपने ही नागरिकों को अपनाने से पाकिस्तान का इंकार

इसके अलावा, पड़ोसी देश ने तेलंगाना की जेलों में सालों से बंद दो पाकिस्तानी नागरिकों को स्वीकार करने से इनकार कर रहा है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। मिली जानकारी के अनुसार, दो पाकिस्तानी नागरिक अपनी सजा पूरी कर लेने के बावजूद सालों से तेलंगाना की जेलों में कैद हैं। वे अपने निर्वासन के इंतजार में कई सालों से जेल में बंद हैं। लेकिन, पाकिस्तान सरकार उन्हें अपना नागरिक मानने से इनकार कर रही है। इनमें से एक एक कैदी शेर अली केशवानी 75 वर्ष का है और वह 2015 से चेरलापल्ली सेंट्रल जेल में सलाखों के पीछे है। बता दें, अली पर जासूसी का आरोप था जिसमें हैदराबाद कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था।

सजा पूरी होने के बाद भी जेल में बंद हैं पाकिस्तानी नागरिक

वहीँ, दूसरा पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद नजीर तकरीबन 55 साल का है। वह 2013 में नेपाल के रास्ते भारत घुसा था और पारंपरिक चिकित्सा के नाम पर धोखाधड़ी के आरोप में हैदराबाद में अरेस्ट हुआ था। कोर्ट ने उसे पांच साल की सजा सुनाई थी जो साल 2018 में पूरी हो गई। तब से वह चंचलगुडा सेंट्रल जेल में है।

एक अधिकारी ने बताया कि दोनों को वापस भेजने के लिए पाकिस्तानी दूतावास से संपर्क किया गया लेकिन पड़ोसी देश की सरकार ने उन्हें अपना नागरिक मानने से इनकार कर दिया। चूंकि तेलंगाना में कोई डिटेंशन सेंटर नहीं है, इसलिए राज्य सरकार के आदेश के अनुसार वे जेल में ही रहेंगे।

पाकिस्तान के खिलाफ भारत की कार्रवाई

पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद जिसमें 26 लोग मारे गए थे, केंद्र सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जिसमें पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित करना, इस्लामाबाद के साथ राजनयिक संबंधों को कम करना और अल्पकालिक वीजा पर सभी पाकिस्तानियों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने या कार्रवाई का सामना करने का आदेश देना शामिल है। पाकिस्तानी नागरिकों को बसों में पंजाब ले जाया जा रहा है, जहां उन्हें बुधवार को पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा।

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