India News (इंडिया न्यूज),Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई। पूरी दुनिया से इस हमले को लेकर प्रतिक्रिया आ रही है। इस बीच एक और अहम जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों ने इस तरह के हमले को लेकर पहले ही अलर्ट कर दिया था। खुफिया एजेंसियों ने हमले को लेकर पहले ही इनपुट दे दिया था। खुफिया सूत्रों ने अप्रैल की शुरुआत में इनपुट दिया था कि आतंकी पहलगाम जैसे पर्यटन स्थल को निशाना बना सकते हैं। इसको लेकर वे योजना भी बना रहे हैं।
इनपुट में हुआ बड़ा खुलासा
इनपुट में यह भी बताया गया था कि आतंकियों ने रेकी कर ली है और अब वे योजना पर आगे बढ़ रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक हमास, जैश और लश्कर के बीच तालमेल बढ़ रहा था। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आईएसआई की निगरानी में आतंकियों को तैयार किया जा रहा था। दो उच्च स्तरीय बैठकों के बाद कश्मीर में हमला केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने 10 मार्च को जम्मू में एक उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इसके करीब एक महीने बाद 6 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एकीकृत कमान की बैठक की अध्यक्षता की थी। जम्मू-कश्मीर के दो अलग-अलग इलाकों में बड़ी बैठकें हुई थीं। इस दौरान खुफिया एजेंसियों ने इनपुट देते हुए कहा था कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में ‘हॉट समर’की तैयारी कर रहा है।
70 आतंकी सक्रिय
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहलगाम हमले में कुछ स्थानीय लोगों ने भी आतंकियों की मदद की थी। केंद्रीय बलों के आंकड़ों की मानें तो जम्मू-कश्मीर में अभी भी करीब 70 आतंकी सक्रिय हैं। पहलगाम हमले के बाद दो आतंकियों ने उरी में घुसपैठ की कोशिश भी की थी। लेकिन सेना के जवानों ने घुसपैठ को नाकाम करते हुए आतंकियों को मार गिराया।
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिवारों को मिलेंगे इतने रुपये, सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान