पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अब एक ऐसा फैसला लिया है। जिसकी वजह से महंगाई ने लोगो की कमर तोड़ दी है। शहबाज शरीफ आखिरकार अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के सामने झुक गए हैं। आईएमएफ के साथ बातचीत में शहबाज सरकार कोई भी शर्त मानने को तैयार नहीं थी।

शहबाज शरीफ ने टेके घुटने

शहबाज शरीफ आखिरकार ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के आगे अपने घुटने टेक दिए आईएमएफ के साथ बातचीत में शहबाज सरकार कोई भी शर्त मानने को तैयार नहीं थी। लेकिन अब टीम के पाकिस्तान से जाते ही हर शर्त पर अपनी सहमति दिखाने लगी है। केंद्रीय कैबिनेट ने रविवार को बिजली सब्सिडी खत्म करते हुए कीमतें बढ़ाने को मंजूरी दे दी है। बिजली समेत कई तरह की सब्सिडी हटाना आईएमएफ शर्तों में से एक था। वर्चुअल बातचीत से पहले पाकिस्तानी कैबिनेट ने आईएमएफ को खुश करने के लिए यह फैसला लिया है। इसके अलावा पाकिस्तान में दूध 230 रुपए और चिकन 1,100 रुपए में मिल रहा है। आईएमएफ के साथ पाकिस्तान की पॉलिसी लेवल बातचीत रही लेकिन दोनो पक्षों में स्टाफ लेवल बातचीत पूरी नहीं हो पाई।

कैबिनेट ने बढ़ाए बिजली के दाम

कैबिनेट ने फैसला किया है कि फरवरी-मार्च 2023, मार्च-मई 2023, जून-अगस्त और सितंबर-नवंबर तक बिजली की कीमतों में 7.91 रुपए प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की जाएगी। इस प्लान के तहत सरकार अब से 3.21 रुपए प्रति यूनिट, मार्च-मई से 0.69 रुपए और जून से अगस्त 2023 तक 1.64 रुपए यूनिट तक बढ़ाएगी। सितंबर-नवंबर के बाद सरकार बिजली में एक बार फिर 1.98 रुपए यूनिट की बढ़ोतरी की जाएगी।

पाकिस्तान में अंधाधुंध हुई महंगाई

पाकिस्तान में बिजली के साथ अन्य चीजों की कीमतें भी रफ्तार पकड़ ली है, पाकिस्तान में दूध की कीमतें 210 रुपए को पार कर गई हैं। यदि भारतीय मुद्रा में इसे देखा जाए तो यह 65 रुपए लीटर होगा।

दूसरी तरफ चिकन की कीमतों में भी बढ़ोतरी लगातार देखी जा रही है। पिछले दो दिनों में ही पाकिस्तान में चिकन का दाम 30-40 रुपए बढ़ गया है। पाकिस्तान में चिकन 700-780 रुपए प्रति किग्रा हो गया है। कुछ दिनों पहले ही इसका दाम 620-650 रुपए प्रति किग्रा था। जो कि अब बढ़ कर इतना उपर चला गया है।

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