India News (इंडिया न्यूज), Pakistan Flood Alert: पाकिस्तान के अधिकारियों ने शनिवार (20 अप्रैल) को कहा कि पाकिस्तान के एक प्रांत ने हिमनदों के पिघलने के कारण बाढ़ की चेतावनी जारी की है। वहीं सुरक्षा उपाय नहीं करने पर जानमाल के भारी नुकसान की चेतावनी भी दी है। पाकिस्तान ने भीषण मौसम के कई दिन देखे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए और संपत्ति तथा कृषि भूमि नष्ट हो गई। विशेषज्ञों के मुताबिक जलवायु परिवर्तन की वजह से अप्रैल में देश में सामान्य से अधिक भारी बारिश हो रही है। खैबर पख्तूनख्वा के पहाड़ी उत्तर-पश्चिमी प्रांत में जो विशेष रूप से जलप्रलय से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अधिकारियों ने कई जिलों में ग्लेशियरों के पिघलने के कारण बाढ़ की चेतावनी जारी की है।
पाकिस्तान में बाढ़ खतरा बढ़ा
अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ और भयानक हो सकती है और लोगों को किसी भी खतरे से पहले सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए। स्थानीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुहम्मद कैसर खान ने कहा कि यदि समय पर सुरक्षा उपाय नहीं किए गए, तो संभावित बाढ़ की स्थिति की वजह से जान-माल की भारी क्षति होने की संभावना है। प्रांत के नवीनतम आंकड़ों में कहा गया है कि पिछले पांच दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण 33 बच्चों सहित 59 लोगों की मौत हो गई है। इस साथ ही लगभग 2,875 घर और 26 स्कूल या तो ढह गए हैं या क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
जलवायु परिवर्तन से बिगड़ा संतुलन
बता दें कि, बलूचिस्तान का दक्षिण पश्चिम प्रांत भी बारिश से प्रभावित हुआ है। इसने कहा कि मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए उसके पास सीमित संसाधन हैं।परंतु अगर बारिश जारी रही तो वह मदद के लिए केंद्र सरकार की ओर देखेगा। साल 2022 में भारी बारिश से नदियाँ उफान पर आ गईं थी। एक समय पाकिस्तान का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न हो गया, जिससे 1,739 लोग मारे गए। इस बाढ़ से 30 अरब डॉलर का नुकसान भी हुआ। दरअसल हर साल पाकिस्तान में मानसून का मौसम जून में शुरू होता है।