India News (इंडिया न्यूज), Parliament Budget Session: बजट सत्र के दूसरे चरण के दूसरे दिन आज लोकसभा में इमिग्रेशन बिल पेश किया गया। इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान महाराष्ट्र के जालन से कांग्रेस सांसद कल्याण वैजिनाथ राव ने लोकसभा में पूछा कि इंदिरा गांधी जी के नाम पर विकलांगों को पेंशन दी जाती है। दस्तावेजों की कमी के कारण लाभार्थी सूची से जिन लोगों के नाम हटा दिए गए, उनकी संख्या कितनी है। इस पर ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान जवाब देने के लिए खड़े हुए लेकिन उन्होंने सही संख्या नहीं बताई। इस पर कांग्रेस नेता फिर खड़े हो गए और उन्हें टोक दिया।
मंत्री ने क्या कहा?
तब मंत्री ने कहा कि मैं उन्हें अपने कार्यालय में बुलाऊंगा और नंबर के बारे में बताऊंगा। कार्यालय में आएं और साथ में चाय पिएं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने तुरंत टोकते हुए कहा कि कार्यालय में क्यों। जब आपसे कोई प्रश्न पूछा गया है, तो आपको उसका उत्तर देना चाहिए। कार्यालय में उत्तर देने की यह व्यवस्था नहीं है। यहां जवाब दें। कार्यालय बुलाने की बात अलग से किया करें। एक दिन पहले विपक्षी दलों ने हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में जगह देने समेत मतदाता सूची विवाद पर संसद में खूब हंगामा किया था। सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष के हर हमले का जवाब दिया।
डीएमके नेता और शिक्षा मंत्री में हुई नोकझोंक
डीएमके नेता कनिमोझी और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सदन में विभिन्न राज्यों में मतदाता सूचियों में कथित अनियमितताओं का मुद्दा उठाया और इस पर सदन में चर्चा की मांग की। सदन में शून्यकाल के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र और कुछ अन्य राज्यों में मतदाता सूचियों को लेकर सवाल उठे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं मानता हूं कि मतदाता सूची सरकार नहीं बनाती, लेकिन पूरे देश में मतदाता सूची को लेकर सवाल उठ रहे हैं। पूरा विपक्ष मांग कर रहा है कि मतदाता सूची पर चर्चा होनी चाहिए।