India News (इंडिया न्यूज), Parliament Special Session: संसद में महिला आरक्षण बिल पास हो गया है। इस बिल के लिए लोकसभा में 454 वोट सहमति में डाले गए हैं। वहीं इस बिल के असहमति में दो वोट डाले गए है।

बता दें कि संसद के विशेष सत्र का आज यानी 20 सितंबर को तीसरा दिन है। गणेश चतुर्थी के दिन श्री गणेश के साथ आज संसद में महिला आरक्षण बिल को सरकार ने पेश किया। नए संसद में भवन में पेश होने वाला पहला बिल ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ है। ऐसे में  इस बिल को लेकर संसद में बहस जारी रही। विपक्ष की तरफ से सोनिया गांधी ने पहले बोलते हुए इस बिल का समर्थन किया। हालांकि परिसिमन और जनगणना से पहले बिल को जल्द पेश करने के पक्ष में था।

क्या है महिला आरक्षण बिल?

महिला आरक्षण बिल एक ऐसा बिल हैं जिसे यदि लोकसभा और राज्यसभा से पारित कर दिया गया तो लोकसभा दिल्ली विधानसभा और सभी राज्यों के विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण मिलेगा। आसान भाषा में कहें तो महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटें आरक्षित होंगी। वर्तमान स्थिती का उदाहरण लिया जाए तो इस समय लोकसभा में कुल सांसदों की संख्या 543 है जिसमें महिलाओं की भागीदारी 15 प्रतिशत से भी कम है। यानी 543 में से महिलाओं की कुल संख्या केवल 78 हैं। ऐसे में यदि ये बिल दोनों सदनों से पास हो जाता है तो महिलाओं के लिए 33 फीसदी सिटें आरक्षीत हो जाएंगी और तब महिलाओं की संख्या 181 होना अनिवार्य हो जाएगा। हालांकि ये बिल 15 साल के लिए ही लाया जा रहा है। बता दें राज्यों के विधानसभाओं में महिलाओं की भागीदारी 12 से 13 प्रतिशत ही है।

 

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