India News ( इंडिया न्यूज़ ), Parliament Winter Session: सोमवार को विपक्षी सदस्यों ने निर्णय लेने से पहले महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश वाली रिपोर्ट पर लोकसभा में चर्चा की मांग की। मंगलवार को महुआ मोइत्रा के मामले को लेकर संसद में गर्मा गर्मी देखने को मिली। इस मामले में  केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्‍य मंत्री साध्‍वी निरंजन ज्‍योति का रौद्र रूप देखा। वह तृणमूल कांग्रेस की ओर से लगाए आरोप पर भड़क गईं।

जानें संसद में क्या हुआ

बता दें कि TMC सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने सदन में कहा कि वे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मिलने गए थे, वे घर पर नहीं थे तो MoS के यहां चले गए। आधा घंटा इंतजार किया। इतने पर MoS साध्‍वी निरंजन ज्‍योति उठ खड़ी हुईं।

इस दौरान खड़े होकर निरंजन ज्योति ने कहा, ‘मेरे को झूठा आरोप लगाया गया। इन्‍होंने आधे घंटे का समय मांगा था पांच लोगों का, मैंने कहा पांच लोग आ जाइए, 10 मिनट के बाद कहते हैं कि 10 लोग आएंगे..हमने कहा 10 लोग जा आइए। फिर कहने लगे जनता से मिलिए… मैंने कहा आपका जो प्रतिनिधिमंडल आया है जिस मुद्दे को लेकर पहले उसपर बात कर लें। मैं ढाई घंटे अपने ऑफिस में बैठी रही, फिर बोली कि हम पूरे सांसद आएंगे..

मुझे खेद है कि ये मिलने के लिए तैयार नहीं थे- साध्‍वी

साध्‍वी ने आगे कहा, “मुझे खेद है कि ये मिलने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने कहा, “इन्हें प्रॉपेगैंडा करना था… मेरे ऑफिस में धरना देना था. मैं रात में ढाई घंटा बैठी रही और मेरे को बोला पीछे गेट से निकल गई, मैं 4 नंबर गेट से आती हूं। 4 नंबर गेट से जाती हूं। इन्‍हें मांगना नहीं था… इन्हें पश्चिम बंगाल की जनता की चिंता नहीं है। इन्‍हें राजनीतिक रोटियां सेंकनी हैं। ”

केंद्रीय राज्‍य मंत्री ने सीधे नाम लेकर आगे कहा, ‘मुझे झूठा बोला.. मुझे महुआ मोइत्रा ने कहा कि साध्‍वी निरंजन ज्‍योति जैसा पापी हो तो पाप की जरूरत नहीं है। मैं संत हूं और उसका परिणाम इनको मिल गया।”

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