Pervez Musharraf Delhi Connection: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का रविवार(5 जनवरी) को 79 साल की उम्र में दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। मुशर्रफ लंबे समय से कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे, जिसका इलाज दुबई स्थित एक अमेरिकी अस्पताल में चल रहा था। हममे से शायद कई लोग ये जानते होंगे कि 1999 के कारगिल युद्ध के मास्टरमाइंड मुशर्रफ का जन्म भारत में ही हुआ था। साल 1943 में जन्में पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का परिवार 1947 के बंटवारे के बाद भारत को छोड़कर पाकिस्तान चले गए थे, लेकिन उनका पुश्तैनी घर आज भी पुरानी दिल्ली के दरियागंज में स्थित है। उनका घर – ‘नेहरवाली हवेली’ दरियागंज में गोलछा सिनेमा के पीछे कूचा सादुल्ला खान में स्थित है। 

विभाजन की स्थिति में पाकिस्तान जाने से पहले उन्होंने अपने बचपन के शुरुआती चार साल वहीं बिताए थे। बताया जाता है कि आज भी उनका हवेलीनुमा घर वहां स्थित है, लेकिन देख-रेख नहीं होने के कारण अब कमजोर और खंडहर जैसा हो चुका है। मुशर्रफ विभाजन के बाद पहली बार जब भारत यात्रा पर आए थे, तो उन्होंने दरियागंज स्थित अपने पुश्तैनी घर को जाकर देखा था और उस दौरान के कुछ अपने साथियों से बातचीत भी की। 

 

करगिल हमले के बाद सुर्खियों में आए थे मुशर्रफ

जनरल परवेज मुशर्रफ 1961 में पाकिस्तानी सेना में शामिल हुए थे। 1965 में उन्होंने अपने जीवन का पहला युद्ध भारत के खिलाफ लड़ा और इसके लिये उन्हें पाकिस्तान सरकार द्वारा वीरता का पुरस्कार भी दिया गया। दोबारा से 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में मुशर्रफ को इसका नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिली। हालांकि इस युद्ध में पाकिस्तान को हार का मुंह देखना पड़ा था। हार से चिढ़ा पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ साजिशें करता रहा। साल 1999 में करगिल पर गुप्त तरीके से पाकिस्तानी सेना ने कब्जा कर लिया। हालांकि इस युद्ध में भी पाकिस्तानी को मुंह की खानी पड़ी। इस समय पाकिस्तान सेना के जनरल परवेज मुशर्रफ थे और यह उन्हीं की साजिश थी।