India News (इंडिया न्यूज), Petrol-Diesel Price : भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने वाली हैं, क्योंकि सरकार ने दोनों ईंधनों पर उत्पाद शुल्क में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें वास्तव में नीचे की ओर बढ़ रही हैं, जो अमेरिकी प्रशासन के पारस्परिक शुल्कों से उत्पन्न वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंकाओं से प्रेरित है। इस बढ़ोतरी से मुद्रास्फीति के दबाव से जूझ रहे उपभोक्ताओं पर असर पड़ने की उम्मीद है।
जबकि सरकार राजस्व बढ़ाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इस समय ने चिंताएँ पैदा कर दी हैं, खासकर डोनाल्ड ट्रम्प के शुल्कों को लेकर अनिश्चितता के बीच, क्योंकि ईंधन की उच्च लागत घरेलू बजट को और कम कर सकती है और परिवहन और कमोडिटी की कीमतों को बढ़ा सकती है।
‘दामों में नहीं होगा बदलाव’
लेकिन इस फैसले के बाद पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने कहा है कि, एक्साइज ड्यूटी बढ़ने के बाद भी दामों में कोई बदलाव नहीं होगा। सरकार जनता पर नहीं पड़ने देगी बोझ।
राजपत्र अधिसूचना के अनुसार, अब डीजल पर शुल्क 10 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल पर 13 रुपये प्रति लीटर है। तेल मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पहले डीजल पर शुल्क 8 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल पर 11 रुपये प्रति लीटर था।
तेल विपणन कंपनियों पर पडे़गा इसका असर
इस बढ़ोतरी का असर तेल विपणन कंपनियों पर पड़ने की उम्मीद है, क्योंकि वे लागत को वहन करेंगी। इससे उनके विपणन मार्जिन में 2 रुपये प्रति लीटर की कमी आएगी। खुदरा ईंधन बिक्री से तेल विपणन कंपनियों को मिलने वाला एकीकृत मार्जिन वर्तमान में 11 रुपये प्रति लीटर से अधिक है।
शेयरों में आई गिरावट
सरकार की घोषणा से बीपीसीएल, एचपीसीएल और आईओसीएल के शेयरों में क्रमशः 6.2%, 4.3% और 6% की गिरावट आई। यह घोषणा बाजार की उम्मीदों के अनुरूप है, जिसमें खुदरा ईंधन की कीमतों में कटौती या उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी के माध्यम से ओएमसी के विपणन मार्जिन में संभावित कमी की कीमत लगाई गई थी।