India News (इंडिया न्यूज़), PM Modi, दिल्ली: विपक्षी महागठबंधन पर कटाक्ष करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को “भ्रष्टाचार, वंशवाद शासन और तुष्टीकरण” की कड़ी आलोचना की, उन्होंने कहा कि आज पूरा इन बुरी ताकतों से भारत छोड़ना के लिए कह रहा है। पीएम मोदी (PM Modi) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखने के बाद बोल रहे थे।
अगस्त महीने में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की सालगिरह होती है। इसके आंदोलन को याद करते हुए पीएम ने कहा, “यह महीना क्रांति का महीना है, यह कृतज्ञता का महीना है। यह कर्तव्य का महीना है और अगस्त में कई ऐतिहासिक दिन आते हैं। जिसने भारत के इतिहास को एक नई दिशा दी और आज भी हमें प्रेरणा देती है।”
हर बुराई भारत छोड़ों
उन्होंने कहा कि (PM Modi) कल 7 अगस्त को पूरा देश स्वदेशी आंदोलन को समर्पित राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाएगा, 7 अगस्त की ये तारीख हर भारतीय के लिए दोहराने का दिन है लोकल के लिए वोकल होने का संकल्प…7 अगस्त के बाद 9 अगस्त आएगा यह वह दिन है जब ऐतिहासिक ‘भारत छोड़ो’ की शुरुआत हुई थी। महात्मा गांधी ने मंत्र दिया था और भारत छोड़ो आंदोलन ने भारत के कदमों में नई ऊर्जा पैदा की, इसी से प्रेरित होकर आज पूरा देश हर बुराई के लिए कह रहा है कि भारत छोड़ो।
हर बात का विरोध
पीएम ने जोर देकर कहा, “सभी दिशाओं में केवल एक ही गूंज है और वह है भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, वंशवाद भारत छोड़ो, और तुष्टिकरण भारत छोड़ो।” प्रधानमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए इंडिया गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि आज विपक्षी दलों का एक गुट ऐसा है जो हर बात का विरोध कर रहा है और उसका एक भी वरिष्ठ नेता गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने नहीं गया।
संसद का विरोध किया
पीएम ने कहा, “…दुर्भाग्य से, हमारे देश में विपक्ष का एक गुट आज भी पुराने ढर्रे पर चल रहा है। वे न तो खुद कुछ करेंगे और न ही किसी और को कुछ करने देंगे…देश ने आधुनिक संसद भवन बनाया। संसद देश के लोकतंत्र का प्रतीक है। इसमें सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष का भी प्रतिनिधित्व है। लेकिन विपक्ष के इस गुट ने नए संसद भवन का विरोध किया।”
कोई शर्म नहीं आई
पीएम ने कहा कि हमने कर्तव्य पथ का पुनर्विकास किया लेकिन उन्होंने उसका भी विरोध किया। जब हमने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक बनाया, तो उन्हें सार्वजनिक रूप से इसकी आलोचना करने में कोई शर्म नहीं आई। सरदार वल्लभभाई पटे की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है। हर भारतीय को इस पर गर्व है। लेकिन किसी को भी नहीं कुछ राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं ने कभी प्रतिमा का दौरा किया…हम नकारात्मक राजनीति से ऊपर उठकर एक मिशन के रूप में सकारात्मक राजनीति के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं।
25,000 करोड़ खर्च
पीएम ने 508 अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी जो लगभग 25,000 करोड़ रुपये खर्च से किया जाएगा। 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 55-55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22, गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 स्टेशन शामिल है।
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