PM Modi flags off Vande Bharat Express: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज(10 जनवरी) 9वीं और 10वीं वंदे भारत एक्सप्रेस को मुंबई स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से हरी झंडी दिखाई, जो मुंबई से सोलापुर और मुंबई से साईनगर शिरडी के बीच चलेगी। यह पहली बार है जब दो वंदे भारत ट्रेनों का एक साथ उद्धाटन किया गया। इस मौके पर पीएम के साथ, रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव व महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे उद्धाटन स्थल पर मौजूद रहे।
पहली बार एक साथ 2 वंदे भारत ट्रेनों का किया गया उद्धाटन
उद्धाटन के बाद के संबोधन में पीएम ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन आज के आधुनिक भारत की एक शानदार तस्वीर है। यह भारत की गति और पैमाने का प्रतिबिंब है। आप देख सकते हैं कि देश वंदे भारत को किस गति से लॉन्च कर रहा है। 2019 से आज 10 ट्रेनों का शुभारंभ हो चुका है। पहली बार 2 वंदे भारत ट्रेनें शुरू की गईं। वे मुंबई और पुणे जैसे वित्तीय केंद्रों को हमारी भक्ति के केंद्रों से जोड़ेंगे। इससे कॉलेज जाने वाले और ऑफिस जाने वाले लोगों, किसानों और भक्तों को लाभ होगा।
महाराष्ट्र को कभी भी रेलवे के लिए 13,500 करोड़ रुपये नहीं मिले: सीएम शिंदे
इस मौके पर मुंबई के सीएम एकनाथ शिंदे ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि बजट में महाराष्ट्र को क्या मिला। लेकिन उन्होंने पढ़ा नहीं। जैसा कि रेल मंत्री और डिप्टी सीएम ने कहा, महाराष्ट्र को कभी भी रेलवे के लिए 13,500 करोड़ रुपये नहीं मिले। पहली बार राज्य में रेलवे के लिए इतनी राशि आवंटित की गई है। यह आने वाले समय में महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
2023 तक 75 वंदे भारत चलाने का लक्ष्य
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के द्वारा यात्रियों को नया अनुभव देने के लिए प्रीमियम ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को लाने की याजना बनाई गई। 2019 में सफल ट्रायल के बाद पहली वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाई गई। वंदे भारत अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है। यात्रियों को पूरी तरह से नया यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए इस ट्रेन में कई आधुनिक सुविधाएं जोड़ी गई हैं, जिसमें कैमरे, आपात बटन, जीपीएस सिस्टम, एलईडी स्क्रीन्स और कई सेफ्टी से संबधित उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है। सरकार ने आगामी अगस्त 2023 तक 75 ट्रेनें चलाने का लक्ष्य रखा गया है, वहीं पिछले साल फरवरी को दिए अपने बजट भाषण में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की थी कि अगले तीन वर्षों में नई पीढ़ी की 400 वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण किया जाएगा।