India News (इंडिया न्यूज), PMML Letter To Rahul Gandhi: कांग्रेस पर हाल ही में प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (PMML) सख्त हो गया है। इस पार्टी के आलाकमानों से सालों से एक दरख्वास्त की जा रही है लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है। अब इस मामले में राहुल गांधी फंस गए हैं। ये मामला 51 डब्बों से जुड़ा है, जिसके अंदर भारत की एतिहासिक धरोहर है। PMML सोसाइटी के सदस्य रिजवान कादरी ने इस मामले में राहुल गांधी से मदद मांगी है। उन्होंने कांग्रेस नेता को खत लिखकर साफ कर दिया है कि उन 51 डब्बों में आखिर था क्या?

दरअसल, PMML की ओर से रिज़वान कादरी ने खत लिखकर राहुल गांधी से जवाहर लाल नेहरू से जुड़े ’51 डिब्बे’ लौटाने को कहा है, इन डब्बों में जवाहर लाल नेहरू से जुड़े दस्तावेज शामिल हैं दो कथित तौर पर सोनिया गांधी के पास रखे हैं। इस खत में बताया गया है कि ये डब्बे 2008 में सोनिया गांधी के पास पहुंचाए गए थे। इन डब्बों में नेहरू से जुड़े डॉक्यूमेंट हैं, जो एतिहासिक रूप से बेहद अहम हैं। इनमें ऐसा क्या है इसे लेकर भी खुलासा कर दिया गया है।

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PMML के मुताबिक ये एतिहासिक पत्र जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल ने 1971 में नेहरु मेमोरियल म्यूज़ियम एंड लाइब्रेरी को दिए थे। जो आज के वक्त में शोध के नजरिए से बेहद अहम हैं।

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बता दें कि इन दस्तावेजों में वो एतिहासिक खत हैं जो उन्होंने पीएम रहते हुए जयप्रकाश नारायण, पद्मजा नायडू, विजया लक्ष्मी पंडित, अरुणा आसफ अली, बाबू जगजीवन राम, गोविंद बल्लभ पंत, अल्बर्ट आइंस्टाइन और एडविना माउंटबेटन जैसी दिग्गज हस्तियों को लिए थे। PMML का आरोप है कि ये राष्ट्र धरोहर 51 डिब्बों में भर कर 2008 में सोनिया गांधी के पास पहुंचाई गई थी। सोनिया गांधी से भी इसी साल सितंबर में ये दस्तावेज लौटाने को कहा जा चुका है लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।