India News (इंडिया न्यूज), Naresh Meena Arrested : राजस्थान की देवली-उनियारा विधानसभा सीट के लिए बुधवार (13 नवंबर) को हुए उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीना, जिन्होंने मतदान के दौरान कैमरे के सामने एक चुनाव अधिकारी को थप्पड़ मारा था। उसको गुरुवार को नाटकीय घटनाक्रम के बीच गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि, उन्हें एक बड़ी पुलिस टीम द्वारा एक रणनीतिक कार्रवाई के बाद गिरफ्तार किया गया। जिसमें वरिष्ठ अधिकारी और दंगा रोधी वर्दी में पुलिसकर्मी शामिल थे। उन्हें घेरने और हिरासत में लिए जाने से कुछ मिनट पहले मीना ने पत्रकारों से कहा कि मैं आत्मसमर्पण नहीं करूंगा और अपने अनुयायियों से पुलिस को घेरने यातायात जाम करने का आह्वान किया।
भारी पुलिस बल तैनात
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किए गए वीडियो में दर्जनों पुलिसकर्मी, जिनमें से लगभग सभी लाठी और ढाल लिए हुए थे। साथ ही सुरक्षात्मक जैकेट और हेलमेट पहने हुए थे, ग्रामीण सड़क पर मार्च करते हुए दिखाई दिए। पुलिस वाहन और एक दंगा रोधी वाहन भी देखा गया। टोंक जिले के पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने एएनआई को बताया कि हम रणनीतिक रूप से आगे बढ़ेंगे, हम उनसे आत्मसमर्पण करने और कानून को अपने हाथ में न लेने का अनुरोध करेंगे। लेकिन मीना की गिरफ्तारी से उसके समर्थकों ने और अधिक हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिनमें से बड़ी संख्या में लोग समरवता गांव के बाहर राजमार्ग को अवरुद्ध करने के लिए एकत्र हुए, जहां थप्पड़-गेट की घटना हुई थी।
क्या है मामला?
बता दें कि, एक वायरल वीडियो में मीना को बूथ में घुसते हुए, सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट अमित चौधरी का कॉलर पकड़ते हुए और उनके सिर पर तमाचा मारते हुए दिखाया गया है। पुलिस द्वारा उन्हें रोकने से पहले उन्होंने दो बार तमाचा मारा। मीना ने आरोप लगाया कि चौधरी ने उस बूथ पर तीन अतिरिक्त वोट जोड़ने की साजिश रची। उन्होंने दावा किया कि मेरी योजना हर बूथ पर जाने की थी। लेकिन मुझे पता चला कि पूरा प्रशासन भाजपा उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा था। लोगों को वोट देने के लिए मजबूर किया जा रहा था। जब मैंने पूछा कि उन्हें कौन मजबूर कर रहा है तो उन्होंने कहा कि यह एसडीएम था। हां, मैंने उसे थप्पड़ मारा लेकिन मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह कुछ गलत कर रहा था।