2022 के चुनाव में रूपाणी सरकार के 60 फीसदी विधायक बिगाड़ सकते हैं भाजपा का गेम
(अभिजीत भट्ट) इंडिया न्यूज, गांधीनगर :
Political Stir In Gujarat गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के इस्तीफे के बाद से सियासी सरगर्मी देखी जा रही है। तब से राज्य में नो-रिपीट थ्योरी वाली नई सरकार बनी है, यानी नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की सरकार में सभी नए और युवा मंत्रियों को जगह दी गई है। उधर, आने वाले 2022 के चुनाव को लेकर बीजेपी आलाकमान हरकत में आ गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, आने वाले विधानसभा चुनाव में विधायकों के साथ-साथ नई सरकार पर भी नो-रिपीट थ्योरी लागू हो सकती है, यानी विजय रूपाणी की सरकार में 60 फीसदी विधायकों को गिराकर उन्हें टिकट दिया जा सकता है।
Political Stir In Gujarat नए नियम लागू कर रही नई सरकार
गुजरात की राजनीति की मौजूदा स्थिति को देखते हुए लगता है कि नई सरकार नए नियम लागू कर रही है, यानी रूपाणी सरकार द्वारा लिए गए फैसलों में भारी बदलाव कर नए नियम लागू किए जा रहे हैं।हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में सीएम भूपेंद्र पटेल ने सभी मंत्रियों और अधिकारियों को कार्यालय में मौजूद रहने का निर्देश दिया है। ालांकि रूपाणी सरकार के समय ऐसा कोई नियम नहीं था। वहीं, नए मंत्रियों ने भी कार्यभार संभालते ही कार्यभार संभाल लिया है और शिक्षा, स्वास्थ्य समेत कई मुद्दों पर सख्त व सहयोगात्मक कार्य शुरू कर दिया है।
Political stir in Gujarat चुनावों के लिए टिकटों की चर्चा शुरू
आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए टिकटों की चर्चा शुरू हो गई है, राज्य अध्यक्ष सीआर पाटिल को चुनाव से एक साल पहले स्पष्टीकरण देना पड़ा है, लेकिन भाजपा ने ऐसा हंगामा किया है कि उसने घोषित कर दिया है कि 60 वर्ष की आयु सीमा है। विधानसभा टिकट के लिए नहीं। लगातार तीन बार निर्वाचित हुए विधायकों को दोबारा टिकट न देने की भी व्यवस्था की जा रही है, ताकि ज्यादातर वरिष्ठ विधायक घर पर ही रह सकें
Political Stir In Gujarat पाटिल के गुजरात भाजपा पर हावी होने की सुगबुगाहट
चर्चा यह भी है कि पाटिल अब गुजरात भाजपा पर हावी हो रहे हैं। इस बात से भी इनकार किया जा रहा है कि पाटिल ने गुजरात में 150 से अधिक विधानसभा सीटें जीतने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का खुद का फैसला लेने का विश्वास जीता है, क्योंकि वर्तमान में पाटिल के गठन में एकमात्र विकल्प था। बीजेपी की राज्य टीम इतना ही नहीं रत्नाकर को भीखूभाई दलसानिया की जगह संगठन महासचिव बनाया गया है।
Political Stir In Gujarat सीआर पाटिल का 150 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य
सीआर पाटिल ने अगले गुजरात विधानसभा चुनाव में 150 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है, ऐसे में केंद्रीय संसदीय समिति भी इन नियमों और फॉमूर्ले से सहमत हो जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा। ऐसे में संभावना है कि सीआर पाटिल स्थानीय निकाय चुनाव में हिस्सा लेने वाले युवाओं को तरजीह देंगे. वहीं दूसरी तरफ ‘आम आदमी पार्टी’ भी युवाओं को मौका दे रही है। ऐसे में बीजेपी को युवाओं को ज्यादा मौके देने होंगे।
Political Stir In Gujarat 2022 में गुजरात व पंजाब सहित 7 राज्यों में होने हैं चुनाव
2022 में न केवल गुजरात में बल्कि पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मणिपुर, गोवा और हिमाचल प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी ने महज छह महीने में पांच राज्यों के मुख्यमंत्री बदले हैं, जबकि उत्तराखंड में छह महीने में दो मुख्यमंत्री बदले हैं। पार्टी नेतृत्व ने इसे ज्यादा महत्व देना जरूरी नहीं समझा ताकि कहीं गलत संदेश जाए। गुजरात में जो परिवर्तन हुआ है, उसका विशेष महत्व है क्योंकि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का गृह राज्य राज्य है। राजनीतिक गलियारों में यह माना जाता है कि गुजरात का मुख्यमंत्री जो भी हो, सत्ता का ‘नियंत्रण’ दिल्ली से जुड़ा रहता है।
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