India News (इंडिया न्यूज), Maharashtra CM: महाराष्ट्र में अगले मुख्यमंत्री का नाम अभी स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन भाजपा का सीएम पद पर दावा तय माना जा रहा है। हालांकि, मुख्यमंत्री कौन होगा देवेंद्र फडणवीस या कोई और इस पर अभी सस्पेंस कायम है। इसके अलावा, महाराष्ट्र सरकार के अहम कैबिनेट मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर भी राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। भाजपा ने इन मंत्रालयों पर अपनी पकड़ मजबूत करने की योजना बनाई है। इस बीच भाजपा का एक नया फॉर्मूला निकल कर सामने आया है जिसके तहत सरकार बनाई जा सकती है।

क्या है महायुति का 21-12-१० मंत्रिमंडल फॉर्मूला?

महायुति सरकार में भाजपा को 132 सीटों के दम पर 21 मंत्री पद मिलेंगे, जबकि शिंदे गुट को 12 और अजित पवार कैंप को 10 मंत्री पद मिलेंगे। इन पदों का वितरण इस फॉर्मूले के तहत तय किया गया है, लेकिन अब सभी की नजरें इन मंत्रालयों के बंटवारे और प्रभावशाली विभागों पर टिक गई हैं। साथ ही वित्त मंत्रालय का महत्व इस बार ज्यादा बढ़ गया है, क्योंकि भाजपा इसे अपने पास रखना चाहती है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा को उम्मीद है कि इससे राज्य के खजाने को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकेगा और लाडकी बहन योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं को भी प्रभावी तरीके से लागू किया जा सकेगा। इस योजना के तहत योग्य महिलाओं को 2,100 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे, जो राज्य के खजाने पर भारी दबाव बना सकते हैं।

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गृह मंत्रालय पर विवाद

गृह मंत्रालय भी एक अहम विभाग है, जिसे भाजपा अपने पास रखना चाहती है। पिछले कार्यकाल में देवेंद्र फडणवीस ने गृह मंत्रालय संभाला था, हालांकि महिला अपराधों और बढ़ती अपराध दर के कारण यह मंत्रालय विवादों में रहा। इसके बावजूद, भाजपा इसे रणनीतिक रूप से अपने पास रखना चाहती है, ताकि कानून व्यवस्था को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सके। दिल्ली में गुरुवार को एक अहम बैठक हो रही है, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और महत्वपूर्ण मंत्री पदों के बारे में निर्णय लिया जाएगा। इस बैठक में देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे, अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल भी शामिल होंगे।

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