India News (इंडिाया न्यूज़), Poll Code Violation: तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से संपर्क किया। इसके अलावा, टीएमसी ने पोल पैनल पर उसकी पिछली शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करने का भी आरोप लगाया।
अपने आरोप पत्र में टीएमसी ने क्या कहा
टीएमसी प्रस्तुत पत्र में कहा , मैं आपके ध्यान में चल रही चुनावी प्रक्रिया के दौरान भाजपा द्वारा एमसीसी के घोर उल्लंघन के संबंध में अत्यंत चिंता का विषय लाने के लिए लिख रहा हूं। एमसीसी के निर्माण में शामिल राजनीतिक दलों में से एक, भाजपा अब खुलेआम इसका उल्लंघन कर रही है। यह परेशान करने वाली बात है कि खुद प्रधानमंत्री द्वारा एमसीसी का उल्लंघन भाजपा में दूसरों को तिरस्कार के साथ ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
चुनाव आयोग को लिखे टीएमसी के पत्र में भाजपा द्वारा कथित उल्लंघनों के विशिष्ट उदाहरणों को रेखांकित किया गया है, जिसमें झूठे और दुर्भावनापूर्ण आरोप और धर्म के आधार पर वोट की अपील शामिल है। उसका आरोप है कि प्रधानमंत्री ने अपनी रैलियों में विभाजनकारी बयान दिये। पत्र में यह भी कहा गया है कि टीएमसी ने इस तरह के उल्लंघनों पर चुनाव आयोग को तीन बार लिखा लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। पत्र में कहा गया है, ”इस पर कोई स्पष्ट कार्रवाई नहीं की गई है।”
शिकायत पर कार्रवाई नहीं
टीएमसी नेता सागरिका घोष और साकेत गोखले ने चुनाव आयोग को एक पत्र सौंपा और बाद में मीडिया से बात की। उन्होंने राजस्थान की एक रैली में की गई पीएम मोदी की टिप्पणी को लेकर उन पर हमला बोला। साकेत गोखले ने मीडिया से कहा, “चुनाव के चार चरण बीत चुके हैं। टीएमसी और कई अन्य विपक्षी दलों ने बीजेपी और पीएम मोदी के खिलाफ शिकायत की है, लेकिन चुनाव आयोग इन शिकायतों को दबाए बैठा है। पीएम और बीजेपी के खिलाफ एक भी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की गई है।” टीएमसी सांसद ने कहा, “आदर्श आचार संहिता एक मजाक बन गई है। अब यह मोदी आचार संहिता है।”