India News (इंडिया न्यूज),Post Office Scheme :जब बात सुरक्षित निवेश और दमदार रिटर्न की आती है तो इस मामले में Post Office की ओर से चलाई जा रही सारी स्कीमें काफी पॉपुलर हो रही हैं। इसका एक उदाहरण है Post Office की छोटी बचत योजना। किसान विकास पत्र यानी KVP स्कीम, जो महज 115 महीने में निवेशकों का पैसा दोगुना करने वाली स्कीम मे है। खास बात यह है कि इसमें निवेशकों के पैसे की सुरक्षा की गारंटी खुद सरकार देती है। आइए जानते हैं कि इस सरकारी स्कीम में 5 लाख रुपये निवेश करने वालों की रकम तय समय में कैसे बढ़कर 10 लाख हो सकती है।
पैसे डबल करना है तो PO स्कीम को अपनाएं
आज के समय में हर कोई अपनी कमाई का कुछ हिस्सा बचाकर ऐसी जगह निवेश करना चाहता है जहां उसे दमदार रिटर्न मिले और पैसा भी सुरक्षित रहे। अगर आप भी इसी दुविधा में हैं तो Post Office की स्कीमों का रुख करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। बिना जोखिम के दमदार रिटर्न देने के मामले में Post Office की छोटी बचत स्कीमों का कोई जवाब नहीं है। इस लिस्ट में किसान विकास पत्र (KVP) एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। इसमें आप 100 के गुणक में कम से कम 1000 रुपये का निवेश कर सकते हैं। खास बात ये है कि इसमें अधिकतम निवेश की कोई सीमा ही नहीं है। आप जितना चाहें उतने पैसे निवेश कर सकते हैं। इस सरकारी योजना को लोकप्रिय बनाने के लिए सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें निवेश करने से महज 115 महीने में पैसा दोगुना (Double Income Scheme) हो जाता है।
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निवेश पर मिलेगा इतना ब्याज
पोस्ट ऑफिस की सभी बचत योजनाओं के तहत सरकार तिमाही आधार पर ब्याज निर्धारित करती है। वहीं अगर इस किसान विकास पत्र योजना पर मिलने वाले ब्याज की बात करें तो इस समय निवेशकों को उनके निवेश पर 7.5 फीसदी की ब्याज दर दी जा रही है। ये ब्याज सालाना आधार पर जारी किया जाता है और साथ ही साथ आपको बता दें कि इस सरकारी योजना में 10 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे के नाम पर भी खाता खोला जा सकता है।
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5 लाख 10 लाख बन सकता है
अब बात करते हैं कि इस सरकारी योजना में निवेश करने से पैसे कैसे डबल होते हैं. तो इसका कैलकुलेशन बेहद आसान है. मान लीजिए कोई निवेशक किसान विकास पत्र योजना में 5 लाख रुपये निवेश करता है और मैच्योरिटी यानी 115 महीने तक इस योजना में रहता है तो उसे 7.5 फीसदी ब्याज के आधार पर ब्याज से ही 5 लाख रुपये मिलेंगे. इसका मतलब है कि निवेशकों को मैच्योरिटी पर 10 लाख रुपये मिलेंगे. गौरतलब है कि पोस्ट ऑफिस की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक किसान विकास पत्र में निवेश की गई रकम पर मिलने वाले ब्याज की गणना कंपाउंडिंग के आधार पर होती है. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि निवेशक को मिलने वाली रकम में टैक्स भी शामिल होता है. सरकार ने पहले किसान विकास पत्र की मैच्योरिटी अवधि 123 महीने से घटाकर 120 महीने की थी और फिर इसे घटाकर 115 महीने कर दिया था। इसका मतलब यह है कि पहले के मुकाबले कम समय में योजना का लाभ मिल रहा है।
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