India News (इंडिया न्यूज़), Bihar, पटना: 31 अगस्त और एक सितंबर को इंडिया गठबंधन की बैठक मुंबई में रखी गई है। यह गठबंधन की तीसरी बैठक है। पहली बैठक पटना में तो दूसरी बेंगलुरू में हो चुकी है। बेंगलुरू में गठबंधन का नाम और समन्वय के लिए दिल्ली में एक ऑफिस बनाने का फैसला किया गया था। आस लगाई जा रही है की तीसरी बैठक में गठबंधन के संयोजक और चेयरमैन का नाम तय किया जाएगा।

संयोजक के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम सबसे आगे चल रहा है। हालांकि बीते दिनों नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें संयोजक बनने की या पीएम उम्मीदवार बनने की कोई इच्छा नहीं है। वह सिर्फ विपक्षी दलों को एकजुट करने का काम कर रहे है। वही जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार में संयोजक और पीएम उम्मीदवार बनने की पूरी योग्यता है, हालांकि वह किसी रेस में नहीं है।

खुद की हालत खराब

अब नीतीश कुमार के संयोजन बनने वाली बात पर उनके पूराने साथी प्रशांत किशोर ने तंज किया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि जहां तक नीतीश कुमार की कोशिशों की बात है तो उनकी खुद की हालत इतनी खराब है कि उनके अपने ही राज्य में पैर जमाने की कोई गारंटी नहीं है। राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी एकता के लिए वह क्या कर सकते हैं?।

न दल है ना छवि

प्रशांत किशोर ने आगे कहा, “यदि आप क्रम को देखें तो सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस है, टीएमसी है, उसके बाद डीएमके आती है- उन्होंने अपना पूरा राज्य जीता है और उनके पास 20-25 सांसद हैं। वे अपना राज्य जीतने का दावा कर सकते हैं। नीतीश कुमार के पास कुछ नहीं है- ना दल है, ना छवि है। उन्हें किस आधार पर (INDIA का संयोजक) बनाया जा सकता है?।”

समय पर लेंगे फैसला

वही नीतीश कुमार के भरोसेमंद साथी और बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधर ने कहा कि हमने बार-बार कहा है कि चाहे संयोजक की बात हो या नेता की, सभी निर्णय समय पर लिए जाएंगे और आपको बताया जाएगा… चुनाव में हमें बहुमत दीजिए, बिना किसी परेशानी के नेता चुनकर बता देंगे।

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