India News ( इंडिया न्यूज़ ) Sri Lankan News : श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने हाल ही में एक स्टेटमेंट दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि बदलती दुनिया में फिट होने के लिए द्वीप राष्ट्र में बच्चों को भविष्य में अंग्रेजी के अलावा हिंदी और चीनी भाषा भी सीखनी होगी। बता दें कोलंबो के एक स्कूल में एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने कहा कि भविष्य में फिट होने के लिए श्रीलंका में शिक्षा में भारी बदलाव करना होगा। राष्ट्रपति ने कहा, ‘हमें नए विषय पेश करने होंगे। हमारे बच्चों को बदलती दुनिया में फिट होने के लिए अंग्रेजी के अलावा चीनी और हिंदी भाषा भी सीखनी होगी। अब श्रीलंका के बच्चे चीनी और हिंदी भाषा भी सीखेंगे।
आगे भविष्य के लिए काम आएगी चीनी और हिंदी भाषा
शिक्षा की धाराएं बदलने के साथ, ऐसे कई बच्चे हैं जो विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षाओं के लिए हिंदी और चीनी सीखते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमें नई पीढ़ी अल्फा (जेन अल्फा) में फिट होने के लिए नए विषयों को पेश करना होगा जो टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं। स्कूलों में छात्रों को मोबाइल फोन और पॉडकास्ट के माध्यम से अपनी शिक्षा आगे बढ़ानी होगी। हमें स्कूलों और विश्वविद्यालयों में जीनोम टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स पढ़ाना होगा।
20 साल बाद आ सकता है पानी का संकट
श्रीलंका के पास इसका हिस्सा बनने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। जलवायु परिवर्तन का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि श्रीलंका को अगले 20 वर्षों के भीतर पानी की कमी का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘हमें जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम में तेजी लानी होगी और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए दुनिया के साथ चलना होगा जैसा कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा है।
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