India News (इंडिया न्यूज़), Prime Minister Museum: सरकार ने नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (NMML) का आधिकारिक तौर पर नाम बदलकर प्रधान मंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (PMML) सोसायटी कर दिया है। अब इसे लेकर राजनीति गलियारों प्रतिक्रियाओं का सिलसिला भी जारी हो गया है। एक तरफ कांग्रेस इसे राजनीतिक ऐक्शन करार दे रही है, तो वहीं बीजेपी इसे एतिहासिक निर्णय बता रही है।
इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री जनरल विजय कुमार सिंह ने कांग्रेस पर महला किया। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस से एक बात पूछना चाहता हूं कि नेहरूवादी विरासत क्या है? हां वह हमारे पहले प्रधानमंत्री थे लेकिन नेहरूवादी विरासत जैसा कुछ नहीं है। जिस घर की वे बात कर रहे हैं वह ब्रिटिश काल में कमांडर-इन-चीफ का घर था। पहले कमांडर-इन-चीफ ने सोचा कि यह उनके लिए बहुत बड़ा है और उन्होंने पीएम को इसका सुझाव दिया। तो अगर ये म्यूजियम हर पीएम के लिए बनाया गया है तो इसका नाम प्राइम मिनिस्टर म्यूजियम रखा जाना चाहिए और नेहरू जी भी इसका हिस्सा हैं।
कांग्रेस नेता शशि थरुर ने बताया दुर्भाग्य पूर्ण
कांग्रेस नेता शशि थरुर ने कहा, “यह अफ़सोस की बात है कि नौबत यहां तक आ गई। मुझे लगता है कि सभी प्रधानमंत्रियों को समायोजित करने के लिए इमारत का विस्तार करने का विचार एक अच्छा विचार है लेकिन इस प्रक्रिया में अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने वाले पहले प्रधानमंत्री जो स्वतंत्रता के बाद प्रधानमंत्री रहे, उनका हटाना एक छोटी बात है। वे अब तक सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले पीएम हैं। आप इसे नेहरू मेमोरियल प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम कहना जारी रख सकते थे। यह तुच्छता दुर्भाग्यपूर्ण है और यह हमारे अपने ऐतिहासिक अतीत के प्रति एक निश्चित कड़वाहट को दर्शाता है”
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