India News (इंडिया न्यूज़), PM Modi Bhutan Visit:भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के साथ खटपट के बीच भूटान का दौरा किया है। जिसको लेकर भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने पीएम मोदी का धन्यवाद किया है। भूटान के प्रधानमंत्री ने एक्स हैंडल पर पीएम मोदी के साथ फोटो साझा किया। साथ में लिखा कि हमारे भाई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को हमसे मिलने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। न तो उनका व्यस्त कार्यक्रम और न ही खराब मौसम उन्हें हमसे मिलने के अपने वादे को पूरा करने से रोक सका। यह निश्चित रूप से #मोदीकागारंटी है! दरअसल, पीएम मोदी ने पारो हवाईअड्डे पर खराब मौसम की वजह से भूटान की यात्रा एक दिन बाद शुरू की। वहीं पीएम मोदी ने भी भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और पीएम टोबगे को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया।
पीएम मोदी ने भी कहा धन्यवाद
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान की अपनी राजकीय यात्रा को बेहद खास बताया। उन्होंने कहा कि भूटान के लिए भारत हमेशा एक विश्वसनीय मित्र और भागीदार रहेगा। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा कि मैं भूटान के महामहिम राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक द्वारा दिल्ली के लिए प्रस्थान करते समय हवाई अड्डे पर आने के विशेष भाव से सम्मानित महसूस कर रहा हूं। जिसके बाद एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा कि मुझे महामहिम राजा, प्रधान मंत्री शेरिंग तोबगे और भूटान के अन्य प्रतिष्ठित लोगों से मिलने का अवसर मिला। हमारी बातचीत से भारत-भूटान मित्रता में और भी मजबूती आएगी। मैं ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो से सम्मानित होने के लिए भी आभारी हूं। मैं भूटान के अद्भुत लोगों को उनकी गर्मजोशी और आतिथ्य के लिए बहुत आभारी हूं।
पीएम मोदी हुए भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित
बता दें कि, भूटान दौरे के दौरान पीएम मोदी को भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान यानि ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया गया। भारत के प्रधानमंत्री यह पुरस्कार पाने वाले पहले विदेशी व्यक्ति के साथ-साथ चौथे व्यक्ति बने। दरअसल, स्थापित रैंकिंग और प्राथमिकता के अनुसार, ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो को जीवन भर की उपलब्धि के लिए सजावट के रूप में स्थापित किया गया था। यह सम्मान भूटान में सम्मान प्रणाली का शिखर है, जो सभी आदेशों, सजावटों और पदकों पर प्राथमिकता रखता है। इस दौरान भारत और भूटान के बीच ऊर्जा, व्यापार, डिजिटल कनेक्टिविटी, अंतरिक्ष, कृषि और रेल लिंक की स्थापना जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए छह समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।