India News (इंडिया न्यूज), Priyanka Gandhi First Speech : कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने आज (13-12-2024) लोकसभा में अपना पहला भाषण दिया। अपने पहले भाषण में सांसद प्रियंका गांधी ने सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए। महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चर्चा की। प्रियंका गांधी ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जिसकी संवाद और चर्चा की परंपरा हजारों साल पुरानी है। हमारी संस्कृति में वाद-विवाद और संवाद की गहरी जड़ें हैं, जो अलग-अलग धर्मों और समाजों में भी देखने को मिलती हैं। उन्होंने नेहरू जी को भी याद किया और बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि पिछले दिनों क्या हुआ। नेहरू जी ने क्या किया। अरे बताओ तुमने क्या किया, सब नेहरू जी की जिम्मेदारी है।

सत्तारूढ़ दल ने सुरक्षा कवच तोड़ा

बीजेपी सरकार पर सवाल उठाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि संविधान हमारे देशवासियों के लिए सुरक्षा कवच है। यह न्याय, एकता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करता है। लेकिन सत्ताधारी दल ने पिछले 10 सालों में इस सुरक्षा कवच को तोड़ने की कोशिश की है। उन्होंने आरोप लगाया कि लेटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए आरक्षण को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। अगर चुनाव नतीजे अलग होते तो शायद संविधान को बदलने का काम भी शुरू हो जाता। लेकिन जनता ने इसे रोक दिया।

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प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि मौजूदा सरकार अतीत की चर्चा करती है, लेकिन वर्तमान की जिम्मेदारियों से बचती है। सरकार बेरोजगारी और महंगाई जैसी समस्याओं का समाधान नहीं कर रही है। प्रियंका ने यहां किसानों, मजदूरों और गरीब तबके का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कृषि कानूनों पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये सिर्फ बड़े उद्योगपतियों के फायदे के लिए बनाए गए हैं। हिमाचल के सेब उत्पादक और वायनाड से ललितपुर तक के किसान आज अपनी समस्याओं से जूझ रहे हैं।

जाति जनगणना को जरूरी बताया

जाति जनगणना का मुद्दा इस समय चर्चा में है। प्रियंका गांधी ने जाति जनगणना की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से लगातार यह मांग उठाई गई, लेकिन सत्ता पक्ष ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जाति जनगणना से समाज की वास्तविक स्थिति सामने आएगी, जो सामाजिक और आर्थिक न्याय के लिए जरूरी है। महंगाई और बेरोजगारी के अलावा प्रियंका गांधी ने महिला आरक्षण बिल पर भी सवाल उठाया कि इसे लागू करने में इतना समय क्यों लग रहा है। इस बिल को जल्द लागू करने से महिलाओं के अधिकारों का सम्मान होगा।

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