India News (इंडिया न्यूज़), Rahul Gandhi Defamation Case: कांग्रेस के नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का आज मोदी सेरनेम मानहानी मामले में बड़ा झटका लगा। लोअर और सेंशन कोर्ट से निराशा के बाद राहुल गांधी को गुजरात हाई कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिली। इससे पहले सूरत की लोअर कोर्ट ने राहुल गांधी को 2019 के मानहानी मामले में दो साल की सजा सुनाई थी। आज गुजरात हाईकोर्ट ने भी उनकी सजा को बरकरार रखते हुए कोई राहत नहीं दी। वहीं कोर्ट के फैसले के बाद कांंग्रेस के कई नेता अपनी असंतोष की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस की महाचिव और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने उनके लिए एक कविता लिखी और सरकार पर जमकर निशाना साधा।

राहुल गांधी के लिए लिखी कविता

“समर शेष है, जनगंगा को खुल कर लहराने दो शिखरों को डूबने और मुकुटों को बह जाने दो पथरीली ऊँची जमीन है? तो उसको तोड़ेंगे समतल पीटे बिना समर की भूमि नहीं छोड़ेंगे समर शेष है, चलो ज्योतियों के बरसाते तीर खण्ड-खण्ड हो गिरे विषमता की काली जंजीर”

‘अहंकारी सत्ता के सामने सत्य और जनता के हितों की लड़ाई लड़ रहे’

प्रियंका गांधी ने आगे कहा, “राहुल गांधी जी इस अहंकारी सत्ता के सामने सत्य और जनता के हितों की लड़ाई लड़ रहे हैं। अहंकारी सत्ता चाहती है कि जनता के हितों के सवाल न उठें, अहंकारी सत्ता चाहती है कि देश के लोगों की जिंदगियों को बेहतर बनाने वाले सवाल न उठें, अहंकारी सत्ता चाहती है कि उनसे महंगाई पर सवाल न पूछे जाएं, युवाओं के रोजगार पर कोई बात न हो, किसानों की भलाई की आवाज न उठे, महिलाओं के हक की बात न हो, श्रमिकों के सम्मान के सवाल को न उठाया जाए।”

उन्होंने कहा, ‘अहंकारी सत्ता सच को दबाने के लिए हर हथकंडे आजमा रही है, जनता के हितों से जुड़े सवालों से भटकाने के लिए साम, दाम, दंड, भेद, छल, कपट: सब अपना रही है। लेकिन, सत्य, सत्याग्रह, जनता की ताकत के सामने न तो सत्ता का अहंकार ज्यादा दिन टिकेगा और न ही सच्चाई पर झूठ का परदा।’

‘सत्य की जीत होगी’

राहुल गांधी जी ने इस अहंकारी सत्ता के सामने जनता के हितों से जुड़े सवालों की ज्योति जलाकर रखी है। इसके लिए वे हर कीमत चुकाने को तैयार हैं और तमाम हमलों व अहंकारी भाजपा सरकार के हथकंडों के बावजूद एक सच्चे देशप्रेमी की तरह जनता से जुड़े सवालों को उठाने से पीछे नहीं हटे हैं। जनता का दर्द बांटने के कर्तव्य पथ पर डटे हुए हैं। सत्य की जीत होगी। जनता की आवाज जीतेगी।

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