India News (इंडिया न्यूज), Rahul Gandhi On Hindu religion : राहुल गांधी अपने धर्म को लेकर हमेशा बीजेपी के निशाने पर रहते हैं। बीजेपी राहुल गांधी को ‘हिंदू विरोधी’ भी कहती है और कांग्रेस नेता के धर्म पर सवाल उठाती है। इन सवालों को रोकने के लिए राहुल गांधी ने खुद अपना धर्म बताया है। कांग्रेस के AICC अधिवेशन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, हम भी खुद को हिंदू कहते हैं, लेकिन बीजेपी नेता जो करते हैं, वो हमारा धर्म नहीं है। हमारा धर्म सभी को सम्मान देता है। इससे पहले भी वो कई बार हिंदू धर्म की बात कर चुके हैं, जिसे बीजेपी बड़ा मुद्दा बनाती रही है।
‘हम भी खुद को हिंदू कहते हैं’
अपने संबोधन में राहुल ने वक्फ बिल को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, वक्फ बिल पास हो गया है, ये धर्म की आजादी पर हमला है. ये संविधान पर हमला है। ऑर्गनाइजर में ईसाईयों की जमीन के लिए लिखते हैं, बाद में सिखों के लिए भी आएंगे। टीकाराम जूली को ही देख लीजिए। वो राजस्थान में विपक्ष के नेता हैं. वो मंदिर गए, उसके बाद बीजेपी नेताओं ने मंदिर धुलवाया. साफ करवाया।
वो खुद को हिंदू कहते हैं. दलित को मंदिर जाने का अधिकार नहीं देते। जब वह जाता है तो उसे धुलवाते हैं। यह हमारा धर्म नहीं है। हम भी खुद को हिंदू कहते हैं, लेकिन यह हमारा धर्म नहीं है। हमारा धर्म सभी को सम्मान देता है।
खुद को ‘जनेऊधारी हिंदू’ बताया था
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब राहुल के धर्म को लेकर सवाल उठे हैं। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने उन पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया था। उस दौरान राहुल ने खुद को जनेऊधारी हिंदू के तौर पर पेश किया था। उन्होंने कई मंदिरों में भी दर्शन किए थे। उन्होंने गुजरात के सोमनाथ मंदिर में भी दर्शन किए थे।
इसके अलावा 2021 में जयपुर में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, ‘मैं हिंदू हूं, लेकिन हिंदुत्व का अनुयायी नहीं हूं।’ उन्होंने कहा, हिंदू धर्म सत्य और अहिंसा का मार्ग दिखाता है, जबकि हिंदू धर्म हिंसा और नफरत को बढ़ावा देता है। इस पर भी बीजेपी ने बवाल मचाया था। उसने कहा, राहुल गांधी हिंदू धर्म को घृणास्पद बता रहे हैं।