India News (इंडिया न्यूज), Indian Railways Operation Amanat : ट्रैवल करते हुए कई बार लोग अपना सामान जल्दबाजी में ट्रेन ही छोड़ देते हैं, जिसमें बैग-ब्रीफकेस जैसी चीजें शामिल हैं। जब ये चीजें आरपीएफ या रेलवे कर्मियों को मिलती हैं तो वो इसे मालखाने में जमा करा देते हैं और जब सामान का मालिक को याद आता है तो वो स्‍टेशन जाता है, कानूनी कार्रवाई करके सामान सौंप दिया जाता है। यात्रियों को उनका किमती सामान वापस करने के लिए भारतीय रेलवे ऑपरेशन अमानत चलाता है। इसके तहत यात्रियों के खोए या पीछे छूटे सामान, मोबाइल फोन, लैपटॉप, आभूषण, नगदी आदि जैसी कीमती चीजें बरामद की हैं और उन्हें वापस किया गया है।

अब इसी को देखते हुए सेंट्रल जोन ने चालू साल के दौरान जनवरी से नवंबर-2024 तक ऑपरेशन अमानत के तहत यात्रियों के 1491 सामान बरामद किए हैं, जिनकी कीमत 5.22 करोड़ रुपये है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस राज्य में यात्री सफर के समय सबसे ज्यादा सामान भूल जाते हैं? चलिए उसपर एक नजर डालते हैं।

इस राज्य में भूलते है यात्री भूलते हैं सबसे ज्यादा सामान

नवंबर 2024 के आकड़ो के मुताबिक महाराष्‍ट्र में यात्री लैपटॉप तक भूल रहे हैं। सेंट्रल रेलवे के पांचों जोंनों में सबसे ज्‍यादा सामान मुंबई डिवीजन के लोग भूले हैं। जनवरी से लेकर नवंबर तक इस डिवीजन में 649 सामान पाया गया, जिसकी कीमत 2.55 करोड़ रुपये है। वहीं भुसावल डिवीजन दूसरे नंबर पर रहा, जहां पर 261 सामान पाया गया, जिसकी कीमत 1.07 करोड़ रुपये है। नागपुर डिवीजन में 322 सामान बरामद हुआ, जिसकी कीमत 67.89 लाख रुपये है। सोलापुर डिवीजन में 88 सामान पाया गया, जिसकी कीमत 51.86 लाख रुपये है और पुणे डिवीजन में 171 सामान जिसकी कीमत 39.73 लाख रुपये है।

करोंड़ो का सामान हुआ जब्त

रेलवे के आकड़ो के मुताबिक नवंबर-2023 की अवधि के दौरान 4.12 करोड़ रुपये मूल्य के 1494 सामान बरामद किए गए। इनमें बैग, मोबाइल फोन, पर्स, लैपटॉप और अन्य कीमती सामान शामिल है, जबकि इस साल एक करोड़ से ज्‍यादा 5.22 करोड़ रुपये का सामान बरामद किया गया है। इनमें से 43.72 लाख रुपये मूल्य के 157 सामान अकेले नवंबर-2024 के महीने में बरामद किए गए है।

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