India News (इंडिया न्यूज)Rajnath Singh on Operation Sindoor: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ पहुंचे। एक निजी अस्पताल के उद्घाटन समारोह में पहुंचे रक्षा मंत्री ने कहा- इस समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने आतंकवाद की जड़ों पर सटीक प्रहार किया।
अस्पताल के वर्षगांठ समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘जैसा कि आप जानते हैं कि भारत ने पिछले दिनों आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया और पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमला किया, आतंकवाद की जड़ों पर सटीक प्रहार किया और बड़ी संख्या में आतंकियों को मार गिराया।’
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भारतीय सेना ने एक कुशल डॉक्टर और सर्जन की तरह काम किया: राजनाथ
उन्होंने कहा, ‘भारतीय सेना ने एक कुशल डॉक्टर और सर्जन की तरह काम किया है। जिस तरह एक कुशल सर्जन अपने औजारों का इस्तेमाल उस जगह करता है, जहां बीमारी की जड़ मौजूद होती है, उसी तरह भारतीय सेना ने भी अपने हथियारों का इस्तेमाल आतंकवाद की जड़ों पर बड़ी सटीकता से किया है, लेकिन जैसा कि पाकिस्तान की आदत है कि वह आसानी से नहीं झुकता। उसने भारतीय धरती पर हमला करने की कोशिश शुरू कर दी, आम नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। मंदिरों, गुरुद्वारों और चर्चों को निशाना बनाया गया। इसके जवाब में भारतीय सेना ने जो कार्रवाई की, उससे पाकिस्तानी सेना के होश उड़ गए।’
भारत ने पाकिस्तान के किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया: राजनाथ
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हमारी जवाबी कार्रवाई में इस बात का पूरा ध्यान रखा गया कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर ही हमला हो और वहां की नागरिक आबादी को इससे दूर रखा जाए। एक कुशल सर्जन की तरह भारतीय सेना ने ऑपरेशन को अंजाम दिया है, इसके लिए मैं उन्हें बधाई और अभिनंदन देता हूं।
डॉक्टर और सैनिक दोनों ही आपातकालीन परिस्थितियों के लिए तैयार रहते हैं: राजनाथ
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘साथियों, आप सभी ने भी महसूस किया होगा कि सैनिकों और डॉक्टरों दोनों के काम और प्रतिबद्धता में कई समानताएं हैं। दोनों ही आम नागरिकों की रक्षा करते हैं। एक स्वास्थ्य की रक्षा करता है तो दूसरा राष्ट्र की रक्षा करता है। दोनों का अनुशासन और प्रशिक्षण बहुत कठिन है। दोनों को बहुत ही नाजुक परिस्थितियों में बड़े फैसले लेने पड़ते हैं। दोनों ही किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘अगर इस देश के लोगों ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना की वीरता देखी है, तो पूरे देश ने कोविड महामारी के दौरान हमारे डॉक्टरों और सर्जनों के साहस और प्रतिबद्धता को देखा है। सैनिकों की तरह, हमारे डॉक्टर भी अपने कर्तव्य, अपने साहस और देश और समाज की सेवा के लिए जाने जाते हैं और उनका सम्मान करते हैं।’