Ramcharit Manas controversy :रामचरित मानस को लेकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा की गई टिप्णणी के बाद उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाने लगी। इसकी पुष्टि खुद स्वामी प्रसाद मौर्य(Swami Prasad Maurya) ने की है। उन्होंने कहा कि कुछ धर्मगुरु नें मेरी जीभ और सिर धड़ से अलग करने की बात कही है। हैरान करने वाली बात यह है कुछ विशेष जाति और समुदाय के लोग इसे उचित ठहरा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यदि इस तरह का बयान आज किसी और धर्म के लोगों के द्वारा दिया जाता तो यही लोग उसे आतंकवादी करार देने में जरा सा नहीं हिचकते।

स्वामी प्रसाद मौर्य का पलटवार

बीते शुक्रवार को मौर्य ने ट्वीट कर उन लोगों को निशाने पर लिया है जिन्होंने उन्हें मारने की धमकी दी। उन्होंने लिखा” अभी हाल में मेरे दिये गये बयान पर कुछ धर्म के ठेकेदारों ने मेरी जीभ काटने एवं सिर काटने वालों को इनाम घोषित किया है, अगर यही बात कोई और कहता तो यही ठेकेदार उसे आतंकवादी कहते, किंतु अब इन संतों, महंतों, धर्माचार्यों व जाति विशेष लोगों को क्या कहा जाए आतंकवादी, महाशैतान या जल्लाद।”

रामचरितमानस को लेकर की टिप्णणी

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर टिप्णणी करते हुए कहा था कि करोड़ो लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है। यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है। सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए इसके विवादित अंश को किताब से हटा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें जाति विशेष को महिमामंडित किया गया है। जिसका असर आज भी समाज पर देखने को मिलता है।

अपने बयान पर कायम

गौरलतब है कि रामचरिचमानस पर जो टिप्पणी स्वामी प्रसाद मौर्य ने दी थी वो उसपर कायम हैं। उन्होंने बीते गुरुवार को कहा, “हमने किसी धार्मिक पुस्तक पर भी उंगली नहीं उठाई है, हमने तो तुलसीदास की लिखी रामचरितमानस के चौपाई के कुछ अंश पर बात की है… स्वाभाविक रूप से मैं सच के साथ खड़ा हूं, सच हमेशा विजयी होता है। जनता भी हमारे साथ में हैं। मैं किसी धर्म का विरोध नहीं कर रहा हूं, मैं किसी के आराध्य देव पर हमला नहीं कर रहा हूं।”