Ranchi Band: झारखंड के आदिवासी संगठनों ने उपद्रवियों के एक धार्मिक झंडा जलाए जाने के विरोध में शनिवार 8 अप्रैल को रांची में एक दिवसीय बंद का मांग की है। झारखंड पाहन संघ, राजी सरना प्रार्थना महासभा केंद्रीय सरना समिति और अन्य आदिवासी संगठनों ने विरोध किया है। ये संगठन सरना झंडा जलाए जाने के विरोध में जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम से लेकर अल्बर्ट एक्का चौक तक शुक्रवार को मशाल जुलूस निकाला। साथ ही दोषी असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी की मांग की।

झंडा को अपमानित करना निंदनीय है- जगदीश पाहन

झारखंड पाहन संघ के अध्यक्ष जगदीश पाहन ने कहा कि सरना झंडा को अपमानित किया जाना निंदनीय है और इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। दूसरी तरफ जगदीश पाहन ने मांग की कि असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द हो, उन्होंने कहा कि इसी मांग को लेकर शुक्रवार को रांची में जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम से लेकर अल्बर्ट एक्का चौक तक मशाल जुलूस निकाला गया और विरोध दर्ज कराया गया।

सरनावाद क्या होता है?

सरनावाद भारत में पाई जाने वाली एक धार्मिक मान्यता है यह विश्वास झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा राज्यों में छोटा नागपुर पठार क्षेत्र में पवित्र उपवन सरना में पूजा पर आधारित है। स्थानीय मान्यता के अनुसार, एक ग्राम देवती या ग्राम देवता सरना में निवास करते हैं, जहां साल में दो बार बलि दी जाती है।

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