India News (इंडिया न्यूज), Ratan Tata Dog Goa: टाटा समूह के मानद चेयरमैन और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार (9 अक्टूबर) देर रात मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। नमक से लेकर सॉफ्टवेयर बनाने वाले समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाले रतन टाटा 86 वर्ष के थे। उन्होंने दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में रात 11.30 बजे अंतिम सांस ली। दरअसल, वह पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। वहीं शोक की इस घड़ी में रतन टाटा के निधन ने न केवल इंसानों को बल्कि बॉम्बे हाउस में उनके साथ रहने वाले कुछ लोगों को भी प्रभावित किया है। रतन टाटा का साथी कुत्ता गोवा जो उनके जीवन के अंतिम वर्षों में उनके साथ था। वह भी मुंबई के एनपीसीए लॉन में आया, जहां रतन टाटा के पार्थिव शरीर को जनता के लिए रखा गया था।
रतन टाटा को था जानवरों से खास प्रेम
बता दें कि, एक वायरल वीडियो में केयरटेकर गोवा को एनपीसीए लॉन में लेकर आए, जहां उन्होंने कहा कि कुत्ते ने सुबह से कुछ नहीं खाया है। कृपया उसे कुछ खाने को दें। वैसे यह पहली बार नहीं था जब हमने जानवरों को महान व्यक्ति से जुड़ा हुआ देखा हो। रतन टाटा ने आवारा जानवरों के लिए प्रतिष्ठित ताज महल होटल के द्वार खोले, जहाँ टाटा समूह का मुख्यालय आश्रय गृह बन गया। दरअसल, कुछ महीने पहले टाटा ट्रस्ट ने टाटा ट्रस्ट स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल भी खोला था, और हम सभी ने बकिंघम पैलेस में शाही कार्यक्रम में शामिल न होने की कहानी सुनी थी क्योंकि उनका एक कुत्ता गंभीर रूप से बीमार हो गया था।
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वहीं फरवरी में जब उन्होंने 165 करोड़ रुपये की लागत वाले एक पालतू अस्पताल परियोजना के शुभारंभ की घोषणा की। तब उन्होंने कहा था कि पालतू जानवर हमारा परिवार हैं, और उनका जीवन हर पालतू माता-पिता के लिए मायने रखता है। जब मैंने चारों ओर देखा और भारत में पालतू जानवरों के लिए बुनियादी ढांचे की कमी देखी, तो मुझे आश्चर्य हुआ कि इतने बड़े देश में, जहाँ पालतू जानवरों की आबादी बहुत अधिक है। हमारे पास ऐसी सुविधा क्यों नहीं है जो जीवन बचा सके और पालतू जानवरों के जीवन को बेहतर बना सके।
रतन टाटा के निधन पर परिवार ने क्या कहा?
टाटा परिवार ने एक बयान में कहा कि हम उनके भाई, बहन और परिवार के लोग उन सभी लोगों से मिले प्यार और सम्मान से सांत्वना और सुकून महसूस करते हैं, जो उनके प्रशंसक थे। हालांकि वे अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विनम्रता, उदारता और उद्देश्य की विरासत भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि यह बहुत बड़ी क्षति है कि हम रतन नवल टाटा को अंतिम विदाई दे रहे हैं, जो वास्तव में एक असाधारण नेता थे, जिनके अतुल्य योगदान ने न केवल टाटा समूह को बल्कि हमारे राष्ट्र के ताने-बाने को भी आकार दिया है।