India News (इंडिया न्यूज)RCB Victory Parade Stampede: कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार गुरुवार (5 जून, 2025) को भावुक हो गए, जब उन्होंने बुधवार को आरसीबी की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ में मारे गए एक युवक की मां के शब्दों को याद किया। डीके शिवकुमार मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए और कहा, “एक मां ने मुझसे अपने बेटे का शव बिना पोस्टमार्टम के सौंपने का अनुरोध किया। लेकिन यह एक कानूनी प्रक्रिया थी, जिसे हम टाल नहीं सकते थे।”
कलकत्ता HC ने शर्मिष्ठा पनोली को दी बड़ी राहत, विवादित टिप्पणी मामले में कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत, न्यायमूर्ति ने कही बड़ी बात
“राजनीति नहीं करना चाहते, जवाबदेही तय की जाएगी”
शिवकुमार ने यह भी कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि इस आयोजन की अनुमति किसने दी, क्योंकि जांच के बाद जिम्मेदारी तय की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “हम इस त्रासदी पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे के खिलाफ हैं। हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करना चाहते।”
स्टेडियम की क्षमता से कई गुना अधिक भीड़
घटना के तुरंत बाद शिवकुमार ने माफी मांगी और कहा कि चिन्नास्वामी स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 है, लेकिन भीड़ उससे कहीं अधिक थी। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर के अनुसार, “करीब आठ लाख लोग वहां पहुंचे थे।”
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं इस घटना का बचाव नहीं करना चाहता। हमने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और 15 दिन का समय दिया है। स्टेडियम के गेट भी तोड़ दिए गए, भगदड़ मच गई। किसी को भी इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद नहीं थी।”
भाजपा ने तीखी आलोचना की, शिवकुमार से इस्तीफा मांगा
भाजपा ने भीड़ के आकलन में चूक और कुप्रबंधन के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने डीके शिवकुमार के इस्तीफे की मांग की और हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता में जांच समिति बनाने की अपील की।
“यह सरकारी कार्यक्रम नहीं था, फिर इसका आयोजन क्यों किया गया?”
करंदलाजे ने सवाल उठाया, “जब यह सरकारी कार्यक्रम नहीं था, तो फिर सरकार ने इसका आयोजन क्यों किया? और इसके लिए निजी कंपनी को अनुमति क्यों दी गई?” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने बिना उचित योजना के जल्दबाजी में कार्यक्रम आयोजित किया, जिसके कारण यह त्रासदी हुई।