India News (इंडिया न्यूज), Bahraich Violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आ रही है। दरअसल राम गांव थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव से दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज बाजार में पहुंचा था। तभी एक दूसरे धर्म के धार्मिक स्थल के सामने डीजे बजाने पर समुदाय विशेष के लोगों ने अपनी आपत्ति दर्ज की, जिसके दो समुदायों के बीच कहासुनी हो जाती है और देखते ही देखते हिंसा भड़क उठती है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये कहा जा रहा है कि, शुरुआत में पहले घरों से जुलूस पर पथराव किया गया और फायरिंग भी हुई। कुछ लोग रेहुआ मंसूर गांव के रहने वाले 22 साल के राम गोपाल मिश्र को अगवा कर घर में ले गए और इसके बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवक को गोली मारने के बाद हिंसा और भड़क उठी।
समाजवादी पार्टी ने किया ये पोस्ट
समाजवादी पार्टी मीडिया सेल ने बहराइच हिंसा पर काफी चौंकाने वाला खुलासा किया है और इसकी पुष्टि के लिए एक वीडियो भी डाला है। समाजवादी पार्टी मीडिया सेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट लिखते हुए कहा कि, “बहराइच में जिस गोपाल को गोली लगी है, उसका मृत्यु पूर्व वीडियो देखिए। गोपाल एक मुस्लिम घर में जबरन घुसा, वहां से हरा झंडा उतारकर फेंक दिया और जबरन भगवा झंडा लहरा दिया। उन्होंने अपने पोस्ट में आगे लिखा कि, अब इस मासूम गोपाल के मन में ये करने का जहर किसने भरा? कौन इस साजिश में शामिल है। ये समझना कठिन नहीं है, इस सबमें भाजपा और भाजपा के सत्तालोभी नेता शामिल हैं, जो अगले चुनाव तक यूपी के माहौल को दंगा फसाद में झोंककर चुनाव जीतना चाहते हैं, अंततः एक मासूम से दंगाई बने गोपाल ने भाजपाई सियासत के चक्कर में अपनी जान गंवा दी।
बहराइच हिंसा के पीछे की बताई वजह
समाजवादी पार्टी ने आगे लिखा कि, बहराइच का मामला पूरी तरह से इंटेलिजेंस फेल्योर, पुलिस फेल्योर, भाजपाई साजिश और भाजपाई सत्तालोभी कुकृत्य का परिणाम है। जिसमें आम मासूम नौजवान शिकार बन रहे, माहौल खराब हो रहा और जानें जा रहीं हैं। इस मामले को हिंदू मुस्लिम चश्मे से देखने के बजाय भाजपाई सत्ता लोभी साजिश के एंगल से देखेंगे तभी सत्य दिखेगा। अखिलेश यादव ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। जिसपर उन्होंने कहा है कि, बहराइच हिंसा पूरी तरह से इंटेलिजेंस फेल्योर, पुलिस फेल्योर की वजह से हुई है।