India News (इंडिया न्यूज़), Russia-Taliban Relations: रूस ने मंगलवार (2 अप्रैल) को कहा कि उसके पास अफगानिस्तान के तालिबान नेताओं के साथ चर्चा करने के लिए महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। साथ ही वह तालिबान को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों की सूची से हटाने के लिए काम कर रहा है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पत्रकारों से कहा कि यह एक ऐसा देश है जो हमारे बगल में है, और किसी न किसी तरीके से हम उनके साथ संवाद करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमें महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने की आवश्यकता है। जिसके लिए दोनों देशों के बीच बातचीत की भी आवश्यकता है। इसलिए इस संबंध में हम व्यावहारिक रूप से हर किसी की तरह उनके साथ संवाद करते हैं, वे अफगानिस्तान में वास्तविक प्राधिकारी हैं।
तालिबान को लेकर बदला रुख
क्रेमलिन के प्रवक्ता पेसकोव ने इस दौरान कई अत्यावश्यक मुद्दों के बारे में विस्तार से नहीं बताया। परंतु रूस को पिछले महीने 20 वर्षों में सबसे घातक हमले का सामना करना पड़ा जब बंदूकधारियों ने मॉस्को के बाहर एक कॉन्सर्ट हॉल पर हमला किया, जिसमें कम से कम 144 लोग मारे गए। वहीं इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने ली थी।
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रूस ने अमेरिका-यूक्रेन पर जताया आशंका
बता दें कि, इस हमले को लेकर अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि उनके पास खुफिया जानकारी थी कि यह नेटवर्क की अफगान शाखा, इस्लामिक स्टेट खुरासान थी, जो जिम्मेदार थी। रूस ने कहा है कि वह यूक्रेनी लिंक की भी जांच कर रहा है, जिसे कीव और संयुक्त राज्य अमेरिका ने दृढ़ता से खारिज कर दिया है। दरअसल, अमेरिकी नेतृत्व वाली विदेशी सेनाओं की वापसी के बाद तालिबान 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता में लौट आया। परंतु अब तक उन संगठनों की सूची में बना हुआ है जिन्हें रूस आतंकवादी समूह के रूप में नामित करता है।
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